केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार दोपहर को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के बाद अब दिल्ली पहुंच चुके हैं। सूत्र ये दावा कर रहे हैं कि सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की आज बैठक होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा को बीच में छोड़कर बुधवार को दिल्ली वापस आ गए हैं, मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में बैसान मैदान में पर्यटकों पर हुए दुस्साहसिक हमले के बाद की कार्रवाई का आकलन करने और उस पर विचार-विमर्श करने के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसको लेकर बड़ा बयान भी दिया। उन्होंने सबसे पहले इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारत को डराया नहीं जा सकता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि पहलगाम में हुई कायराना हरकत में कई मासूम लोगों की जान चली गई। हम बहुत दुखी हैं। मैं उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। उन्होंने कहा कि मैं आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प को दोहराना चाहता हूं। आतंकवाद के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है… मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी। हम न केवल इस कृत्य के दोषियों तक पहुंचेंगे बल्कि पर्दे के पीछे के किरदारों तक भी पहुंचेंगे। आरोपियों को जल्द ही जोरदार और स्पष्ट जवाब मिलेगा, यह मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं।अमित शाह ने बुधवार को कहा कि देश आतंकवाद के आगे घुटने नहीं टेकेगा और जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित करने के बाद उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा ‘‘भारी मन से, पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत आतंकवाद के आगे नहीं झुकेगा। इस नृशंस आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।’’ अमित शाह बुधवार को अनंतनाग के एक अस्पताल गए और उन्होंने पहलगाम में आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना।
Comments are closed.