दिल्ली में वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटी का निर्माण 13 साल से अटका, सांसद बिधूड़ी ने लोकसभा में उठाया मुद्दा

नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने जौनापुर गांव में प्रस्तावित वर्ल्ड क्लास स्किल यूनिवर्सिटी के निर्माण में हो रही देरी का मुद्दा गुरुवार को लोकसभा में उठाया। उन्होंने केंद्र और दिल्ली सरकार से इस परियोजना को गति देने की मांग की, ताकि दिल्ली के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिल सकें।

बिधूड़ी ने सदन को बताया कि इस यूनिवर्सिटी की परिकल्पना 13 साल पहले की गई थी, जब 2012 में भारत और सिंगापुर के प्रधानमंत्रियों ने इसके निर्माण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। उसी साल परियोजना के लिए 38 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। 2014 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जमीन के लैंडयूज में बदलाव कर निर्माण की राह में आने वाली कानूनी अड़चनों को दूर किया। 2017 में 254 करोड़ रुपये की मंजूरी और 2018 में निर्माण शुरू होने के बावजूद यह परियोजना अधर में लटक गई।

सांसद ने कहा कि निर्माण शुरू होने के महज छह महीने बाद दिल्ली सरकार के वन विभाग ने आपत्ति जताई, जिसके बाद से काम ठप पड़ा है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, “अगर यह यूनिवर्सिटी बन जाती, तो दिल्ली और खासकर ग्रामीण इलाकों के हजारों युवाओं को कौशल प्रशिक्षण मिलता और वे देश-विदेश में रोजगार हासिल कर सकते थे।”

बिधूड़ी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह इस परियोजना में आ रही रुकावटों को दूर करे और इसे जल्द से जल्द पूरा करवाए। यह मुद्दा दिल्ली के युवाओं के भविष्य से जुड़ा होने के कारण संसद में चर्चा का विषय बना। अब देखना यह है कि सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती है।

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