गुलमर्ग फैशन शो के वायरल वीडियो से हो गया बवाल, सीएम उमर अब्दुल्ला बोले- रमजान में ये सब क्या दिखाया जा रहा है?

राष्ट्रीय जजमेंट 

कश्मीर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में आयोजित फैशन शो में भारी भीड़ उमड़ी और जिस तरह से पर्यटकों ने इसे सराहा उससे यह संदेश भी गया कि कश्मीर अब पूरी तरह बदल रहा है। लेकिन यह सब कश्मीर के कुछ नेताओं को नहीं भा रहा है और वह कह रहे हैं कि रमजान के पाक महीने में इस तरह का आयोजन नहीं होना चाहिए था। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला तो विधानसभा में यहां तक कह गये कि ऐसा आयोजन किसी भी महीने में नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तो फैशन शो मामले को लेकर रिपोर्ट भी तलब की है और कहा है कि रिपोर्ट मिलने पर उचित कार्रवाई की जायेगी। यहां मुख्यमंत्री को यह समझना चाहिए कि कहीं उनकी संभावित कार्रवाई राज्य का नुकसान नहीं करवा दे। हम आपको बता दें कि फिल्म और फैशन इंडस्ट्री कश्मीर की खूबसूरती को दिखाने के कई प्रयास कर रहे हैं जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ हो रहा है।गुलमर्ग में हुए फैशन शो के वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हैं। देखा जाये तो गुलमर्ग में जो हुआ उसको कश्मीर की संस्कृति पर हमला बताने वाले शायद इस बात से अनजान हैं कि देशभर में होने वाले फैशन शो में लगभग ऐसी ही तस्वीरें दिखाई देती हैं। जो लोग इस फैशन शो का विरोध कर रहे हैं उन्हें शायद यह नहीं पता कि फैशन डिजाइनरों ने अपने स्कीवियर कलेक्शन का प्रदर्शन किया था। यहां ऐसा तो कोई नियम है नहीं कि फैशन डिजाइनर अपने कलेक्शन में किसी राजनेता या धर्मगुरु के बताये नाप और डिजाइन के कपड़े ही शामिल करे? इसलिए फैशन शो को संस्कृति पर हमला बताने और इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़ने का प्रयास गलत है। यदि फैशन शो आयोजकों ने आयोजन के दौरान किसी नियम की अवहेलना की हो तो भले कार्रवाई की जानी चाहिए।यहां सवाल उठता है कि आज गुलमर्ग में फैशन शो का विरोध कर रहे लोग कल को श्रीनगर की सड़कों पर नये साल पर फिल्मी गानों पर पर्यटकों के नाचने का विरोध करेंगे तब क्या होगा? हमने देखा कि पिछले साल रात बारह बजे के बाद तक लाल चौक और श्रीनगर की सड़कों पर नये साल का जश्न मन रहा था। हो सकता है कल को कट्टरपंथियों को यह भी रास नहीं आये। जो लोग फैशन शो या ऐसे ही अन्य आयोजनों का विरोध कर रहे हैं उन्हें जरा एक बार देश भर की यात्रा करनी चाहिए फिर उन्हें समझ आयेगा कि अपनी संकुचित सोच की वजह से उन लोगों ने कश्मीर को कितना पीछे रखा हुआ है।जहां तक इस मुद्दे पर हो रही राजनीति की बात है तो आपको बता दें कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि वहां एक निजी पार्टी का आयोजन किया गया था, इसमें सरकार की कोई भागीदारी नहीं थी ना ही हमसे कोई अनुमति नहीं ली गई थी। उन्होंने कहा है कि निर्देश दिए गए हैं कि अगर कानून के खिलाफ कुछ भी हुआ है तो कार्रवाई की जानी चाहिए।वहीं इस मुद्दे पर हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक ने कहा है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मीरवाइज फारूक ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह बेहद शर्मनाक है! रमजान के पवित्र महीने में गुलमर्ग में एक अश्लील फैशन शो आयोजित किया गया, जिसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए हैं। इससे लोगों में नाराजगी है। सूफी संत संस्कृति और लोगों के गहरे धार्मिक दृष्टिकोण के लिए जानी जाने वाली घाटी में इसे कैसे बर्दाश्त किया जा सकता है?’’ उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। मीरवाइज ने कहा, ‘‘इसमें शामिल लोगों को तुरंत जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर इस तरह की अश्लीलता कश्मीर में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।’’मीरवाइज की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘लोगों में गुस्सा बिल्कुल समझ जा सकता है। मैंने जो तस्वीरें देखी हैं, उनमें स्थानीय संवेदनाओं के प्रति पूरी तरह से उपेक्षा दिखाई देती है और वह भी (रमजान के) इस पवित्र महीने के दौरान।’’ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मेरा कार्यालय स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और मैंने अगले 24 घंटों के भीतर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।’’वहीं पीडीपी नेता वहीद पारा ने भी कहा है कि इस तरह के फैशन शो कश्मीर में आयोजित करना गलत है वह भी रमजान के महीने में। उन्होंने मांग की है कि सरकार इस फैशन शो के आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करे। दूसरी ओर, इस मुद्दे पर विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने कहा है कि जब होटल मुख्यमंत्री के रिश्तेदार का है तो यह बात पचाना मुश्किल है कि फैशन शो के बारे में उन्हें पता नहीं होगा।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More