राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) का 10वां स्थापना दिवस, जेवर विधायक बोले- ज़िम्स अब न केवल उत्तर प्रदेश के बल्कि देश के मरीजों का भी उपचार कराने में अग्रणी

राष्ट्रीय जजमेंट

आज दिनांक 15 फरवरी 2025 को जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के 10वें स्थापना दिवस के मौके पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जहां एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे बच्चों से जेवर विधायक श्री धीरेंद्र सिंह ने सीधा संवाद करते हुए कहा कि “आप चिकित्सा को व्यवसाय नहीं वरन् जनसेवा का माध्यम बनाएं।” जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने चिकित्सा की वर्तमान चुनौतियों और उनके समाधान पर भी छात्र-छात्राओं से खुलकर चर्चा की। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने इस मौके पर उपस्थित समस्त स्टाफ और बच्चों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि “चिकित्सा एक कला और सेवा करने का माध्यम है। इसे हमें धन कमाने का साधन नहीं बनना चाहिए। इस चिकित्सा पद्धति को मात्र व्यावसायिक दृष्टिकोण से न देखा जाए, बल्कि इसे जानता की सेवा के रूप में अपनाएं।” राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के 10वें स्थापना दिवस के मौके पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि “विगत 10 वर्षों में जिम्स एक ऐसा संस्थान बनकर उभरा है, जहां गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपना इलाज कर सकता है।”छात्र-छात्राओं से संवाद के दौरान जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने सन 1946 में डॉ. कोटनीस के ऊपर बनी फिल्म का भी उल्लेख करते हुए कहा कि “यह फ़िल्म एक वास्तविक जीवन के डॉ. द्वारकानाथ कोटनीस के जीवन पर आधारित है, जो द्वितीय विश्व युद्ध में जापानी आक्रमण के दौरान चीन में काम करने वाले एक भारतीय डॉक्टर थे और उन्होंने अपने मरीजों का इलाज करते हुए अपनी जान दे दी थी। इसलिए मुझे नजर आया कि ऊपर तो ईश्वर है और लोग नीचे डॉक्टर को भी इसी नजरिए से देखते हैं।”जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने अंत में कहा कि “डॉक्टर्स के प्रति लोगों के जहन में जो धारणा और सम्मान है, उस धारणा और सम्मान में कमी नहीं आनी चाहिए।” स्थापना दिवस के मौके पर राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डायरेक्टर श्री राकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि “पिछले 5 वर्षों में इस अस्पताल में मरीजों की संख्या में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही ऑपरेशन की संख्या में भी इजाफा हुआ है। मेरा दिल और दिमाग़ हमेशा मरीजों की सेवा में लगा रहता है।”वर्तमान में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में तकरीबन 400 डॉक्टर्स काम कर रहे हैं। इस अस्पताल में लगभग 650 बेड मौजूद हैं। रोजाना तकरीबन 1000 से भी अधिक मरीज की जांच इत्यादि होती है। सीटी स्कैन, एमआरआई, विशिष्ट लैब तथा डायलिसिस की जांच बहुत कम पैसों में की जाती है। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय कैशलेस चिकित्सा सुविधा आदि लाभार्थियों के इलाज निशुल्क किए जाते हैं। ई संजीवनी सुविधा भी मरीज के हेतु संचालित की जा रही है। वर्ष 2019 से 100 एमबीबीएस की सीटों पर पाठ्यक्रम किया जा रहा है। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्थान के डायरेक्टर राकेश कुमार गुप्ता, डीन डॉक्टर रंभा पाठक, डॉ रंजना वर्मा, डॉक्टर अनुराग श्रीवास्तव, डॉ मनीष सिंह, डॉक्टर नीतू भदोरिया, डॉक्टर शिवानी कलहान, डॉ जेएस तोमर आदि अनेकों डॉक्टर भी मौजूद रहे।

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