चुनावी दंगल में ठकाठक, फटाफट, खटाखट की गूंज, राहुल-मोदी और तेजस्वी का नया नया राग

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

समय समय पर नारों ने भारत के आम चुनावों और उन मुद्दों को परिभाषित किया है जिन पर चुनाव लड़ा गया है। हालाँकि, यह पहली बार है कि कोई नारा नहीं, बल्कि एक आवाज़ लोकसभा चुनाव के केंद्र में आ गई है। इंदिरा गांधी के ‘गरीबी हटाओ, देश बचाओ’ से लेकर जेपी आंदोलन के ‘इंदिरा हटाओ देश बचाओ’ तक और अटल बिहारी वाजपेई के ‘बारी बारी सबकी बारी, अबकी बारी अटल बिहारी’ से लेकर नरेंद्र मोदी के ‘अब की बार मोदी सरकार’ तक। ये वो नारे हैं जिनकी गूंज चुनावी दंगल में खूब सुनी गई है। रिक्शे पर लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों तक पहुंचने वाले नारों से लेकर स्मार्टफोन से निकलने तक, जोरदार नारे भारतीय चुनावों को आकार दे रहे हैं। यह नारे और जुमले हैं जिन्होंने भारत में चुनावों का रुख तय किया है। वर्तमान में देखें तो बीजेपी नारे गढ़ने में माहिर है। उनके पास तुकबंदी और अंगूठी थी जिसने लोकप्रिय कल्पना पर कब्जा कर लिया। चाहे वह ‘अब की बार मोदी सरकार’ हो, या ‘हर हर मोदी, घर-घर मोदी’ और ‘मोदी है तो मुमकिन है’ हो। इन सब के बीच राहुल गांधी की खटाखट खटाखट ने जनता और राजनीतिक ध्यान को आकर्षित किया। प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस नेताओं ने खटाखट खटाखट का उपयोग करना शुरू कर दिया। खटाखट खटाखट जैसे चर्चित वाक्यांश को हर किसी ने तुरंत पसंद कर लिया। विपक्ष के कई और लोगों ने भी भाजपा पर वार करने के लिए इसका इस्तेमाल किया है। राहुल गांधी अपने भाषण में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर गरीबों के खाते में खटाखट-खटाखट पैसे जाने का दावा करते हैं। राहुल लगातार कर रहे हैं कि हम भारत के गरीबों के बैंक खातों में लाखों करोड़ रुपये जमा करने के लिए काम कर रहे हैं। महालक्ष्मी योजना के तहत देश के गरीबों की सूची तैयार की जाएगी… हर गरीब परिवार से एक महिला का नाम चुना जाएगा… 5 जुलाई को देश की करोड़ों गरीब महिलाओं के बैंक खाते में 8,500 रुपये आएंगे… यह सिलसिला जुलाई से अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर और इसी तरह चलता रहेगा ‘खटा-खट, खट-खट’, खट-खट अंदर’। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नरेन्‍द्र मोदी के ‘खटाखट-खटाखट’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अब जनता इनसे कह रही है कि आपको हटा देंगे ‘फटाफट-फटाफट-फटाफट।’ बिहार में तेजस्वी कर रहे हैं कि माहौल है एकदम टनाटन टनाटन टनाटन। 1 करोड़ नौकरियां मिलेंगी फटाफट फटाफट फटाफट। महिलाओं को 1 लाख मिलेगा खटाखट खटाखट खटाखट। बीजेपी हो गयी सफाचट सफाचट सफाचट। इंडिया गठबंधन पर वोट पड़ रहा ठकाठक ठकाठक। मोदी का तंजराहुल के इस बयान के बाद प्रधानमंत्री भी कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि पंजे और साइकिल के सपने टूट गए, खटाखट खटाखट; अब 4 जून के बाद की प्लानिंग हो रही है कि हार का ठीकरा किस्से फोड़ा जाए, खटाखट खटाखट; मुझे तो कोई बता रहा था कि विदेश यात्रा का टिकट भी बुक हो गया है, खटाखट खटाखट’। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए दावा किया, चार जून के बाद मोदी सरकार बनेगी ही बनेगी, लेकिन इतना भर ही नहीं, चार जून के बाद ‘इंडी’ गठबंधन खटाखट-खटाखट टूटकर बिखर जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे महलों में पैदा हुए थे, इन राजकुमारों को कड़ी मेहनत करने या परिणाम प्राप्त करने की आदत नहीं है। इसलिए कहते हैं देश अपने आप विकास करेगा। कैसे? खटाखट, खटाखट। रायबरेली की जनता भी उन्हें घर वापस भेजेगी खटाखट खटाखट।

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