नई दिल्ली: बीते मंगलवार यानि 20 फरवरी को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की मौजूदगी में 2009 से 2023 के बीच राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस ने 1,600 करोड़ रुपये की 10 टन से ज्यादा जब्त की ड्रग्स को नष्ट किया ही था। पुणे पुलिस ने हौजखास व कोटला मुबारकपुर इलाके से 900 किलोग्राम म्याऊं-म्याऊं ड्रग्स बरामद की है। ये पुणे पुलिस की दिल्ली नहीं पूरे भारत में सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। पुणे पुलिस ने कुल 1800 किलोग्राम सिंथेटिक उत्तेजक दवा मेफेड्रोन बरामद की है। पुणे में कई जगहों से लगभग 720 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई है। दिल्ली में लगभग 900 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद इस ड्रग्स की कीमत क़रीब करीब ढाई से तीन हजार करोड रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। इसमें अंतरराष्ट्रीय तस्करों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप बरामद होने से दिल्ली पुलिस पर सवाल उठने लगे है। स्थानीय सवाल पुलिस को इस ड्रग्स के बारे में जानकारी क्यों नहीं मिली।
पिछले कुछ साल से दिल्ली पुलिस ड्रग्स के मामले में जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। गृह मंत्रालय व उपराज्यपाल के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ड्रग्स तस्करों के खिलाफ लगातार व्यापक स्तर पर अभियान चलाकर तस्करों के पूरे चेन को दबोच उनसे ड्रग्स जब्त करने में जुटी हुई है। इसके बावजूद पुलिस को ड्रग्स तस्करों पर पूरी तरह नकेल कसने में सफलता नहीं मिल रही है। बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली के दक्षिण जिले में पुणे मॉड्यूल ने दो ड्रग्स को रखने के लिए गोदाम बना रखा था लेकिन दिल्ली पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं लगी।
दक्षिण जिले के डीसीपी अंकित चौहान ने ड्रग्स मिलने की पुष्टि की है। ये ड्रग्स फूड पैकेट में डिलीवरी होती थी। आम भाषा में मेफेड्रोन को म्याऊं म्याऊं भी कहते हैं। महाराष्ट्र में पुणे पुलिस का यह अब तक का सबसे बड़ा ड्रग भंडाफोड़ है और भारत में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक है। पुणे पुलिस ने कुल 1800 किलोग्राम सिंथेटिक उत्तेजक दवा मेफेड्रोन बरामद की है। पुणे में कई जगहों से लगभग 720 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई है। दिल्ली में लगभग 900 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की है। ड्रग नेटवर्क के पीछे एक कूरियर एजेंसी शामिल है, जो प्रोसेस्ड फूड पैकेट में ड्रग्स सप्लाई करती थी। कुछ कूरियर विदेश भी भेजे गए थे।
पुणे पुलिस ने तीन तस्करों की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिस की एक टीम ने दिल्ली के हौज खास व कोटला मुबारकपुर थाना क्षेत्र में दबिश दी। इन दोनों जगहों ने 900 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई है। आरोपियों के कुख्यात ड्रग तस्कर ललित पाटिल से जुड़े होने का अंदेशा है।
दक्षिण जिले के डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि दक्षिण जिला पुलिस व पुणे अपराध शाखा की टीम ने 20 फरवरी को हौजखास व कोटला मुबारक पुर थाना क्षेत्र में संयुक्त रुप से कार्रवाई कर ड्रग्स बरामद की है। पुणे पुलिस ने दबिश देने के लिए अनुरोध किया था। गिरफ्तार आरोपियों के खुलासे के आधार पर, पुणे पुलिस की टीम ने कोटला मुबारकपुर में छापेमारी की और लगभग 300 किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद किया और वहां से दो लोगों को पकड़ा गया। मस्जिद मोठ, हौज खास, दिल्ली में एक किराए की दुकान से लगभग 600 किलोग्राम मेफेड्रोन ड्रग भी बरामद की गई। आरोपियों ने कमरा और दुकान हाल ही में किराये पर ली थी। ड्रग्स कुछ दिन पहले ही दिल्ली में आई थी। इस कारण स्थानीय पुलिस की नजर नहीं गई। इस मामले में जांच की जा रही है। कोटला मुबारक थाना पुलिस को कुछ भनक लग गई थी। दिल्ली पुलिस कुछ कार्रवाई करती उससे पहले ही पुणे पुलिस ने दबिश दे दी।
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