नई दिल्ली: बांग्लादेशी नागरिकों के लिए फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट और वीजा दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक एजेंट को आईजीआई एअरपोर्ट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 28 वर्षीय चाशी मोग उर्फ चीला मोग उर्फ जस्टिन जॉय के रूप में हुई है। आरोपी मूल रूप से त्रिपुरा का रहने वाला है।
एयरपोर्ट डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि 11 फरवरी को आईजीआई एयरपोर्ट पर हांगकांग से डिपोर्ट किए गए एओंगचिंग माेग के यात्रा से जुड़े कागजाम पर जब इमिग्रेशन अधिकारी का ध्यान गया तो पाया कि आरोपी बांग्लादेशी नागरिक है। इसने नाम बदल लिया था। इसका असली नाम एनचिंगनु मर्मा पाया गया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने पासपोर्ट फर्जी दस्तावेजों के जरिए लिया था। इमिग्रेशन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया।
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2019 में यह बांग्लादेश से त्रिपुरा में आया था। त्रिपुरा के एक एजेंट चाशी मोग के साथ रहने लगा। इसी दौरान फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बना लिया। वर्ष 2023 में काम की तलाश में पुणे गया, जहां एक होटल में वेटर की नौकरी करने लगा। इस बीच 70 हजार रुपये में चाशी मोग की मदद से फर्जी पते पर भारतीय पासपोर्ट बना लिया। पासपोर्ट से जब वे हांगकांग तब वही पकड़ा गया और उसे भारत डिपोर्ट कर दिया। पुलिस ने इसको मदद करने वाले एजेंट को पुणे से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपी चाशी मोग अपना अपराध कबूल कर लिया और खुलासा किया कि वह अनपढ़ है और पुणे में होटल में काम कर रहा है। उसने खुलासा किया कि अपने काम के दौरान वह कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में आया जो झूठे दस्तावेजों के आधार पर विदेश भेजने के नाम पर लोगों को ठगते थे। इसके बाद वह उनके साथ कमीशन के आधार पर काम करने लगा। अन्य सहयोगियों की संलिप्तता का पता लगाने और आरोपी के बैंक खातों की जांच करने का प्रयास किया जा रहा है।
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