मौलिक अधिकारों पर हमला हो रहा लेकिन सरकार को प्रगतिशील विचारधारा की परवाह नहीं: पवार

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

वरिष्ठ नेता शरद पवार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि देश में मौलिक अधिकारों पर हमला हो रहा है और सरकार को प्रगतिशील विचारधारा की कोई परवाह नहीं है। कोल्हापुर में, दिवंगत वामपंथी नेता गोविंद पानसरे के स्मारक का अनावरण करने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए, पवार ने कहा कि प्रतिगामी शक्तियों के खिलाफ एकजुट रुख अपनाया जाना चाहिए।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब संसद सत्र के दौरान जनता के मुद्दों पर चर्चा होती है तो वह उच्च सदन (राज्यसभा) में सिर्फ 20 मिनट बिताते हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने आरोप लगाया, आज सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है, स्वतंत्र आवाज को दबाया जा रहा है। स्वतंत्र लेखन पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं और समाचार चैनलों को अवरुद्ध किया जा रहा है। इसका मतलब है कि सत्ता में बैठे लोगों को मौलिक अधिकारों पर हमलों को लेकर कोई परवाह नहीं है।

विचाराधीन कैदी ने जेल में लगाई फांसी, पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज था मामला

पीलीभीत जिला जेल में बंद 23 वर्षीय एक विचाराधीन कैदी ने मंगलवार को कथित रूप से फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली। पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) दीपक चतुर्वेदी ने संवाददाताओं को बताया कि मृतक की पहचान सुखविंदर (23) के रूप में हुई है तथा उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, सुखविंदर के खिलाफ 2016 में पूरनपुर थाने में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। वर्ष 2020 में वह जमानत पर जेल से बाहर आ गया था। गत सात फरवरी को उसे अदालत ने दोबारा जेल भेज दिया था।

जेल अधिकारियों के मुताबिक, दोपहर करीब साढ़े 12 बजे जब उसने शौचालय जाने का अनुरोध किया तो जेल का एक कर्मचारी उसे शौचालय में ले गया। काफी देर तक जब वह शौचालय से बाहर नहीं आया।

उसके बाद जेल कर्मियों ने अंदर देखा तो कैदी वेंटिलेटर की ग्रिल पर मफलर से बने फंदे से लटका मिला। इसकी जानकारी तुरंत जेल अधिकारियों को दी गई। अधिकारियों ने बताया कि मौके पर पहुंचे जेल डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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