नई दिल्ली: दिल्ली के साउथ ईस्ट जिले के एएटीएस ने दो कुख्यात वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों दिल्ली-एनसीआर से पांच सौ से ज्यादा लग्जरी कारें चोरी कर दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों में बेच चुके हैं। आरोपियों की पहचान बप्पा घोष उर्फ सोनू घोष और मोहम्मद साजिद के रूप में हुई है। इनके पास से चोरी की छह कारें, 16 एटीएम बैंक कार्ड और नौ मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
दक्षिण-पूर्वी जिले के डीसीपी राजेश देव ने बताया कि कुछ दिनों पहले थाना मैलारदेवपल्ली जिला रंगा रेड्डी तेलंगाना से सूचना मिली थी कि समीर अहमद, अशबुल मंडल, मक्की-उर-रहमान और रंगा रेड्डी समेत छह ड्राइवरों को गिरफ्तार किया है। उनसे पुलिस ने हजरत निजामुद्दीन और अमर कॉलोनी से चोरी की गई गाड़ियां जब्त की थी। मामले में तेलंगाना पुलिस की जानकारी पर पुलिस ने अशबूल मंडल को गिरफ्तार किया। पूछताछ में गिरोह के सरगना बप्पा घोष उर्फ सोनू घोष के बारे में पता चला। मंडल ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उसका साथी मेरठ निवासी समीर अहमद दिल्ली एनसीआर से चोरी किए गए वाहनों को हैदराबाद में सप्लाई करते थे। बप्पा उसे एक वाहन को पहुंचाने के पांच हजार रुपये देता था। वह उसे वाहन की डिलीवरी लेने के लिए हैदराबाद फ्लाइट से भेजता था। टीम ने बप्पा घोष को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर मेरठ निवासी साजिद को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी बप्पा घोष उर्फ सोनू घोष ने खुलासा किया कि वह यूपी के मेरठ, मुरादबाद और बुलंदशहर से पांच सौ से अधिक चोरी के वाहन खरीद चुका है। ये सभी आसपास के इलाके से चुराए गए थे। आरोपी बप्पा घोष ने शुरू में चोरी की कारें खरीदनी शुरू कीं और ऑटो लिफ्टरों के अंतरराज्यीय गिरोह का सदस्य बन गया। चोरी के वाहन की पहचान बार-बार बदलने के लिए वह अपनी कार में कई अन्य नंबर प्लेट रखता था। वह पहले भी चोरी के एक मामले में शामिल रहा है। इसके बाद वह अपने कॉमन दोस्तों के माध्यम से हैदराबाद में रहने वाले परिपूर्ण चारी के संपर्क में आया और हैदराबाद, बेंगलुरु, राजमंड्री आंध्र प्रदेश स्थित रिसीवरों को चोरी के वाहनों को बेचने लगा।
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