नई दिल्ली: दिल्ली के सराय रोहिल्ला इलाके में 11 साल के बच्चे की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है। दरअसल, बच्चे की उसके सीनियर्स ने पिटाई कर दी थी। जिससे उसके घुटने में चोट लगी। इलाज के बाद छात्र ने दमतोड़ दिया है। अब उसके मरने के बाद जब पोस्टमार्टम हुआ तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। उसके पैर में काफी गंभीर चोट लगी थी। शरीर में संक्रमण फैलने से उसकी मौत हुई है। अब पुलिस मामले में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर आगे की जांच कर रही है।
परिजनों ने पुलिस व अस्पताल प्रशासन पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह पूरा मामला उजागर हुआ है। बच्चे की मौत 20 जनवरी को अशोक विहार के दीपचंद बंधु अस्पताल में हुई थी। पुलिस को दी शिकायत में बताया गया है कि 11 जनवरी को बच्चा रोजाना की तरह स्कूल से घर आया। घर आकर उसने सीनियर्स द्वारा पिटाई करने की शिकायत की। उसके बाएं घुटने में काफी दर्द हो रहा था। परिजन उसे समीप के दीपचंद बंधु अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने इमरजेंसी में कुछ दवा दी और फिर उसे ऑर्थो ओपीडी में दिखाने के लिए कहा। लेकिन शाम होने के चलते ओपीडी बंद थी तो परिजन बच्चे को घर ले आए।
बच्चे को परेशानी बढ़ने पर 15 जनवरी को फिर रोहिणी के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए पर वहां इलाज से फायदा नहीं हुआ। 20 जनवरी को परिजन उसे दोबारा दीप चांद बंधु हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के पिता ने चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाया। बच्चे की मौत के बाद मामले में पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल बोर्ड बनाया गया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी और तस्वीरें ली गईं। पोस्टमार्टम अनुसार, बच्चे की मौत कुंद बल के आघात के कारण बाएं घुटने में चोट के परिणामस्वरूप सेप्टिकेमिक शॉक के कारण हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिसने सराय रोहिल्ला थाने में गैर इरादतन हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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