जे रविंद्र गौड़ बने आगरा के नए कमिश्नर, जानें क्यों हटाए गए प्रीतिंदर सिंह

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज 

 

आगरा कमिश्नरेट के पहले कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह का स्थानातरण हो गया है। वे एक साल से ज्यादा समय से आगरा के कमिश्नर रहे। उन्हें महानिदेशक मुख्यालय से संबद्ध किया गया है।

उनकी जगह गोरखपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक जे रविंद्र गौड़ लेंगे। गौड़ 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। ये कानपुर के बिकरू में हुए एनकाउंटर केस की जांच के लिए गठित एसआईटी में शामिल हैं। हालांकि इस एनकाउंटर में विकास दुबे का फर्जी एनकाउंटर करने का इन पर आरोप है। इनके खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है।

इससे पहले 30 जून 2007 में बरेली में हुए मुकुल गुप्ता एनकाउंटर में केस में भी 26 अगस्त 2014 को सीबीआई ने कोर्ट में जो चार्जशीट दाखिल के उसमें जे रविंद्र गौड़ और 9 अन्य पुलिसकर्मी आरोपी हैं।

 

प्रीतिंदर सिंह इसलिए हटाए गए!

 

थाना जगदीशपुरा क्षेत्र में करोड़ों की जमीन पर पुलिस द्वारा अवैध कब्जा कराने के मामले में पीड़ित परिवार ने आगरा कमिश्नरेट में भी कई बार शिकायत की थी मगर न्याय नहीं मिला। जिसके बाद डीजीपी से शिकायत की गई तब कार्यवाही हुई और एसओ जितेंद्र कुमार को निलंबित किया गया है।

तत्कालीन एसओ सहित, कमल चौधरी, धीरू चौधरी और 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आया। चर्चा है कि मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद आगरा पुलिस कमिश्नर डॉ प्रीतिंदर सिंह को हटाया गया है।
थाना जगदीशपुरा पुलिस ने करोड़ों रुपए की जमीन पर अवैध कब्जा कराया था। आरोपी पुलिसकर्मियों की साजिश पर आला अधिकारियो ने अपनी आंखें बंद कर रखी थी। दागी दरोगा जितेंद्र कुमार को थाना जगदीशपुरा का चार्ज देने पर कमिश्नर डॉ प्रीतिंदर सिंह पर सवाल खड़े किए गए थे।

सांसद राजकुमार चाहर ने साज़िशकर्ताओं के खिलाफ़ मोर्चा खोला और पीड़ित परिवार से मिले। पीढ़ित परिवार ने एक कैबिनेट मंत्री और बिल्लू चौहान नामक व्यक्ति पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।

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