वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने में छोटे शहर अहम भूमिका निभाएंगे: प्रधानमंत्री

राष्ट्रीय जजमेंट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में सैकड़ों छोटे शहरों की अहम भूमिका है और उनकी सरकार जीवनयापन को आसान बनाने के लिए ऐसे शहरी केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं को उन्नत कर रही है। देश में जारी ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के दौरान केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार उन शहरी परिवारों के लिए पैसा बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिन्हें आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा और सभी के लिए आवास जैसी पहलों से लाभ हुआ है। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ सरकार का एक बड़ा जनसंपर्क कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य केंद्रीय पहलों के दायरे के तहत सभी लाभार्थियों को लाना है। मोदी ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाते हुए कहा, ‘‘हमारा एजेंडा पैसे बचाने में लोगों की सहायता करना है।’’ यह यात्रा राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में शुरू की गयी, जहां विधानसभा चुनाव के लिए लागू आदर्श आचार संहिता के कारण इसे पिछले महीने शुरू नहीं किया जा सका था। यह यात्रा 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी में शुरू की गई थी और हजारों गांवों और 1,500 शहरों के 2.5 करोड़ लोगों तक पहुंच चुकी है। मोदी ने कहा, ‘‘मुझे यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ गांवों के हर गरीब व्यक्ति और शहरों की झुग्गी-झोपड़ी वाली हर बस्ती तक पहुंचे और उन्हें बिना किसी कठिनाई के लाभ मिले। यही कारण है कि मोदी की गारंटी की वैन चारों ओर घूम रही है। उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को हासिल करने में शहरों की बहुत बड़ी भूमिका है और उस समय देश आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘आजादी के बाद लंबे समय तक जो विकास हुआ, उसका दायरा देश के कुछ बड़े शहरों तक ही सीमित था। लेकिन आज हम टियर-2 और टियर-3 शहरों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’ मोदी ने कहा कि देश के सैकड़ों छोटे शहर विकसित भारत की भव्य इमारत को मजबूत करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘अमृत मिशन’ और ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ जैसी पहल छोटे शहरों में बुनियादी सुविधाओं को उन्नत कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने मुंबई, लखनऊ, शिमला के पास रोहड़ू, कोझिकोड और गुवाहाटी के रहने वाले विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भी बातचीत की। प्रधानमंत्री ने लोगों से सरकार की पेंशन योजनाओं में नामांकन कराने और खुद को सुरक्षित करने का आग्रह किया और लोगों से यात्रा के हिस्से के रूप में देशभर में घूमने वाली ‘जनसंपर्क वैन’ को समर्थन देने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने कहा, जब दूसरों से उम्मीदें खत्म हो जाती हैं, तब ‘मोदी की गारंटी शुरू’ होती है। उन्होंने कहा कि 50 लाख से अधिक लोगों ने ‘पीएम स्वनिधि योजना’ के तहत बैंक सहायता का लाभ उठाया है, इस यात्रा के दौरान 1.25 लाख लोगों ने योजना के लिए आवेदन किया है। मोदी ने कहा कि छह करोड़ लोगों ने अटल पेंशन योजना की सदस्यता ली है जो 60 साल की उम्र के बाद 5,000 रुपये मासिक पेंशन सुनिश्चित करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘पीएम सुरक्षा बीमा योजना’ और ‘जीवन ज्योति योजना’ के तहत 17,000 करोड़ रुपये के दावों का निपटान किया गया है। उन्होंने पात्र लोगों से आग्रह किया कि वे इन योजनाओं के लिए पंजीकरण कराकर अपने सुरक्षा कवच को मजबूत करें।

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