छात्रा ने ऑनलाइन बुक कराया रेलवे टिकट, खाते से निकल गए 50 हजार रुपए

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बिलासपुर. सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्रा ऑनलाइन रेलवे टिकट बुक कराते समय ठगी का शिकार हो गई। किसी ने उसका एकाउंट हैक कर खाते से 49 हजार 999 रुपए निकाल लिए।
छात्रा ने टिकट बुक कराने से पहले कोई फर्जी वेबसाइट सर्च कर ली थी। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद उसे ठगी का पता चला। इसके बाद तारबहार थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
सरकंडा थाना क्षेत्र के लोधीपारा निवासी शालिनी पांडेय पिता रमेश कुमार का कलश आवास में मकान है। वह गुरु घासी दास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एमएससी की छात्रा है। 18 जनवरी की दोपहर को वह ऑनलाइन टिकट बुक करा रही थी। टिकट बुक नहीं हुआ। उसने पैसे रिफंड के लिए वेबसाइट में हेल्पलाइन नंबर सर्च करने के बाद एक हेल्प लाइन नंबर पर काॅल किया।
काॅल रिसीव करने वाले ने उसका एकाउंट हैक कर लिया और फोन कर एटीएम कार्ड पूछकर इसे एप बुक माइ शो में दिए नंबर से रि मैच करने के लिए कहा। छात्रा ने ठीक वैसा ही किया। इसके बाद उसके एकाउंट में पैसे तो नहीं आए बल्कि दोपहर 2-03 बजे के बीच उसके आईडीबीआई बैक एकाउंट से 10 हजार रुपए,9 हजार 999रुपए, 5 हजार रुपए, 5हजार रुपए, 5 हजार रुपए,5 हजार रुपए,10 हजार रुपए सहित 49 हजार 999 रुपए कट गए।
रकम पंजाब नेशनल बैक के खाताधारक जवाहर लाल शेख शाखा बाबा नार गुलाबी वर्धमान कलकत्ता में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुआ था। छात्रा से ऑनलाइन ठगी कर ली गई। जानकारी मिलने पर वह सहेलियों के साथ थाने पहुंची और रिपोर्ट दर्ज कराई।
इंटरनेट पर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के कई फर्जी हेल्प लाइन वेबसाइट हैं। यह बिल्कुल असली जैसे ही लगते हैं, इसमें सर्च करने के बाद आपसे जानकारी मांगी जाती है। वेबसाइट पर नजर रखने वाला व्यक्ति एटीएम नंबर मिलते ही एकाउंट हैक कर लेता है।
इसके बाद ठग इसके जरिए निजी जानकारी जुटाकर संबंधित को काल करता है। इस मामले में भी ऐसा हुआ। छात्रा को पता नहीं था कि वह फर्जी वेबसाइट के जाल फंस गई है और वह जानकारी डालती गई। उसने अपना कार्ड नंबर भी दे दिया।
ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग करते समय आपको काफी सतर्क रहने की जरूरत है। किसी एप्लीकेशन फॉर्म, फोन या ईमेल में अपनी फाइनेंशिल या पर्सनल डिटेल्स की जानकारी न दें। इसी तरह अनजान एड्रेस से आनेवाली ईमेल्स या अनजान नंबर से आनेवाले फोन, एसएमएस का जवाब न दें, न ही ऐसी किसी मेल का जवाब दें जिस पर फौरन एक्शन या अटेंशन देने की बात कही गई हो।
युवक अपना एटीएम कार्ड सुरक्षित रखकर झारसुगड़ा में नौकरी कर रहा था। इधर, बिलासपुर के एटीएम से किसी ने कार्ड का क्लोन तैयार कर उसके खाते से 80 हजार रुपए निकाल लिए। शिकायत पर तारबाहर पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिला जांजगीर-चांपा, थाना क्षेत्र बलौदा के ग्राम देवकोनी निवासी देवलाल सिंह पिता परसराम वर्तमान में झारसुगड़ा स्थित भूषण स्टील में वेल्डर हैं। इससे पहले वह पतरापाली में कार्यरत था। यहां के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में उसका अकाउंट है, जिसका नंबर 20391690429 है। बैंक से उसे एटीएम कार्ड जारी हुआ था।
13 जनवरी को उसके मोबाइल नंबर पर खाते से 20-20 हजार रुपए कटने के चार मैसेज आए। कुल 80 हजार रुपए एटीएम से निकाले गए थे। रकम बिलासपुर गांधी चौक व व्यापार विहार के पास के एटीएम से किसी ने निकाल ली थी। इसके लिए फर्जी एटीएम कार्ड का उपयोग किया गया था।
पीड़ित ने दोनों बैंकों में जाकर घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज की मांग की। व्यापार विहार के एटीएम में युवक पैसा निकालता नजर आ रहा है। उसने टोपी पहना हुआ है। पुलिस ने इसके आधार पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

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