लखनऊ: KGMU में डॉक्टरों को काटने वाले कुत्ते को नगर निगम की टीम पकड़ने गई तो उससे पहले उसको मार दिया गया था। यहां तक की उसको रस्सी से बांधा भी गया था। अब नगर निगम की टीम ने इसको लेकर जांच शुरू कर दी है।दरअसल, 10 मई को केजीएमयू में कुत्तों ने दो डॉक्टर और एक कर्मचारी समेत सात लोगों को अपना शिकार बनाया। स्थिति यह थी कि कुत्ते के काटने के बाद मरीजों को एंटीरेबीज लगवाने के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ा। कुत्ते का शव रस्सी से बंधा हुआ यूरोलॉजी पार्क के पास मिला।केजीएमयू में हर समय कुत्तों का खौफ रहता है।
यहां सभी विभाग के सामने 8 से 10 कुत्ते टहलते मिल जाते हैं। अक्सर यह हिंसक भी हो जाते है। ऐसे ही 10 मई को डॉक्टर संजय गुप्ता गांधी वार्ड से निकल रहे थे कि कुत्ते ने उनको दौड़ा लिया। काटकर खून भी निकाल दिया। ऐसे में उनको बचाने के लिए वहां के गार्ड और कर्मचारी दौड़े। उनको भी कुत्तों ने काट लिया।केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के अनुसार परिसर में घूम रहे आवारा कुत्तों को हटाने के लिए नगर निगम को शिकायत भेजी है, लेकिन उस ओर से कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है। न ही कुत्तों को पकड़ने का प्रयास किया गया है।
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