गिरिडीह: एक दशक से बंद पड़े एक सरकारी भवन में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसायटी की स्थानीय कार्यालय खोली गई।बताया जाता है कि इस भवन में मातृ सेवा सदन नामक संस्थान का केंद्र था।लेकिन भूमि विवादों में पड़कर उक्त केंद्र दस वर्षों से भी अधिक समय से बंद पड़ा था।यहां तक कि कोरोना काल में भी प्रशासनिक अधिकारियों ने इसकी सुध नहीं ली।जबकि दो मंजिले इस आलीशान भवन में आवश्यक सारी सुविधाएं स्थानीय लोगों हेतु उपलब्ध कराकर एक बेहतर स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा सकता था।
चूंकि इस क्षेत्र में महंगे निजी नर्सिंग होम तथा निजी अस्पतालों की भरमार हो गई है।अब स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य की भला चिंता क्योंकर हो।इस संबंध में पूछे जाने पर बताया गया कि उक्त भवन को लेकर विवाद चल रहा था। वस्तुतः इसके इसरी बाजार जैसे व्यवसायिक केंद्र के निकट होने के कारण इस पर भूमि माफियाओं की पैनी नजर रही थी।वहीं बुधवार को इस भवन को जेएसएलपीएस नामक एनजीओ को सौंप दिया गया।बता दें कि उक्त भवन जिले के डुमरी प्रखंड अंतर्गत इसरी बाजार के अरगाघाट में अवस्थित है।
जिसमें जेएसएलपीएस कार्यालय का उद्घाटन कर दिया गया।मौके पर डुमरी बीडीओ सोमनाथ बंकिरा,प्रखण्ड प्रमुख,जिप सदस्य सहित कई लोग उपस्थित हुए।इस दौरान नारियल फोड़ कर उद्घाटन किया गया।वहीं जेएसएलपीएस के बीपीएम पंकज वर्मा सहित जेएसएलपीएस के अन्य कई कर्मी,पोरैया सीएलएफ प्रबंधक,सीआरपी ईपी,बैंक सखी,बीडीएसपी आदि उपस्थित थे।इसके पूर्व सभी अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया गया।
बीडीओ श्री बंकिरा ने जेएसएलपीएस से जुड़े सदस्यों को कार्यालय का संचालन नियमित व सुव्यवस्थित ढंग से करने की अपील करते हुए कहा कि यह दो मंजिला कार्यालय जेएसएलपीएस की कार्य के अनुरूप स्टीक एवं उपयोगी सिद्ध होगा।कहा कि यह सरकारी भवन कुछ कारणों से वर्षों से बंद पड़ा था लेकिन अब भवन में जेएसएलपीएस कार्यालय का संचालन होने से जहां भवन का रखरखाव भी होगा,वहीं जेएसएलपीएस को अपने कार्य संपादन में काफी सहूलियतें मिलेगी।
Comments are closed.