दिल्ली महिला आयोग द्वारा शौचालयों का निरीक्षण के बाद दो सफाई कर्मचारी निलंबित, अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी

आयोग द्वारा मामला उठाए जाने के बाद नगर निगम ने मरम्मत का काम शुरू किया

नई दिल्ली: दिल्ली के गोकुलपुरी में एक शौचालय परिसर में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के दौरे के दौरान गन्दगी पाए जाने के बाद दिल्ली नगर निगम ने दो सफाई कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है और अन्य अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सदस्य फिरदौस खान और सदस्य वंदना सिंह के साथ पांच अप्रैल को आयोग की टीम और स्थानीय निवासियों के साथ कुछ शौचालयों का निरीक्षण किया। लगभग नौ बजे आयोग संजय कॉलोनी झुग्गी स्थित निगम के शौचालय में पहुंचा। शौचालय गंदी और दयनीय हालत देखकर आयोग अचंभित रह गया।

यह देखा गया कि शौचालय में कोई देखभाल करने वाला मौजूद नहीं था और मानव मल भवन परिसर में शौचालय के अंदर और बाहर चारों तरफ पड़ा हुआ था। वह जगह इतनी गंदी थी कि कोई भी शौचालय की इमारत के अंदर नहीं जा सकता था, फर्श पर हर जगह मलमूत्र और हजारों मक्खियाँ भिनभिनाती थीं। शौचालयों की अस्वच्छ स्थिति के कारण कई महिलाओं और लड़कियों को खुले में शौच करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

क्षेत्र के निवासियों ने आयोग को सूचित किया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद शौचालय परिसर को साफ करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है जो कि इलाके में बीमारी का स्रोत बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि असामाजिक तत्व रात के समय शौचालय के पास इकट्ठा हो जाते हैं जिससे महिलाओं और लड़कियों के लिए क्षेत्र असुरक्षित हो जाता है।

आयोग ने देखा कि शौचालय की दीवार पर एक बोर्ड पेंट किया गया था जिसमें शौचालय को साफ रखने के लिए जिम्मेदार कुछ सफाई कर्मचारियों के नाम सूचीबद्ध थे। हालांकि, आयोग को उनमें से एक भी मौके पर नहीं मिला। निवासियों ने बताया कि उनमें से कोई भी शौचालय की सफाई करने नहीं आता है। आयोग ने फिर कुछ दैनिक वेतनभोगी सफाई कर्मचारियों की मदद से मौके पर ही शौचालय की सफाई सुनिश्चित करवाई।

मालीवाल ने तुरंत एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी जवाबदेही तय करने के साथ-साथ सार्वजनिक शौचालयों में पूरी तरह से गंदी और असुरक्षित स्थितियों के लिए जिम्मेदार लोगों को तलब किया।

शाहदरा उत्तरी क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी बीते बुधवार को आयोग के समक्ष उपस्थित हुए। उन्होंने आयोग को सूचित किया कि शौचालय में स्वच्छता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार दो नियमित सफाई कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है और अन्य के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। साथ ही उक्त शौचालय में सफाई व रखरखाव कार्य की देखरेख करने वाले सहायक स्वच्छता निरीक्षक, सफाई निरीक्षक, मुख्य स्वच्छता निरीक्षक, अवर अभियंता, सहायक अभियंता व अधिशाषी अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इसके अलावा, शौचालय में अवरुद्ध सीवर लाइनों के साथ-साथ टूटी हुई टाइलें, फर्श और शौचालय की सीटें भी थीं। आयोग को बताया गया कि डीसीडब्ल्यू के निरीक्षण के बाद दस अप्रैल को वर्क ऑर्डर जारी किया गया था और अब एमसीडी द्वारा सीवर लाइनों की रुकावट खोल दी गई है। शौचालय परिसर में मरम्मत और सफेदी का काम शुरू हो गया है और 15 दिनों में पूरा हो जाएगा।

स्वाति मालीवाल ने कहा, मैं जीवन भर एक्टिविस्ट रही हूं और कई सालों तक झुग्गी-झोपड़ियों में रही हूं। लेकिन मैंने इतना गंदा सार्वजनिक शौचालय कभी नहीं देखा। राजधानी के लिए यह बेहद शर्म की बात है। शौचालय परिसर झुग्गियों में रहने वाली सैकड़ों महिलाओं और लड़कियों की जरूरतों को पूरा करता है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एमसीडी को कार्रवाई करने के लिए आयोग के दौरे की जरूरत है। आयोग निरीक्षण कर रहा है और इस मुद्दे पर एमसीडी की जवाबदेही तय करेंगे।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More