दिल्ली नगर निगम से प्रशिक्षित छात्रों की टीम ने जीता दिल्ली फुटबॉल लीग का खिताब

नई दिल्ली: सभी वित्तीय कठिनाइयों और संसाधनों की कमी के बावजूद, दिल्ली नगर निगम पोचनपुर बाल प्राथमिक स्कूल की फुटबॉल टीम ने लीग टूर्नामेंट में सभी टीमों में प्रथम स्थान प्राप्त करके प्रतिष्ठित ‘दिल्ली यूथ लीग’ जीती।‘एमसीडी पोचनपुर बॉयज’ के नाम से प्रचलित फुटबॉल टीम, दिल्ली नगर निगम नजफगढ़ जोन द्वारा चलाए जा रहे ‘ग्रासरूट लेवल फुटबॉल कार्यक्रम’ के तहत पिछले एक वर्ष से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है । इस फुटबॉल टीम में कक्षा तीसरी से कक्षा पांचवीं तक के छात्र प्रतिभागिता कर रहें हैं ।

भारत सरकार की ‘खेलो इंडिया’ पहल से प्रेरणा लेते हुए एमसीडी ने पिछले साल दिल्ली के नजफगढ़ जोन में ‘ग्रासरूट लेवल फुटबॉल’ एकेडमी की स्थापना की थी। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य निगम स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देना और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए खेल हेतु बेहतर बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराना है । इस परियोजना की शुरुआत पिछले साल छात्राओं और छात्रों के लिए चार फुटबॉल कोचिंग और प्रशिक्षकों को नियुक्त करने के साथ की गई थी। नजफगढ़ जोन के चार क्षेत्रों- ककरौला, झड़ौदा, पोचनपुर और समालखा में ग्रासरूट फुटबॉल कोचिंग को सही ढंग से लागू करने के लिए निगम द्वारा समर्पित खेल प्रकोष्ठ का भी गठन किया गया है।
एमसीडी ने 19 मार्च को आयोजित होने वाले एक पुरस्कार समारोह में ‘एमसीडी पोचनपुर बॉयज’ की पूरी टीम को सम्मानित करने की योजना बनाई है। इसके अलावा, विजेता टीम और सहायक स्टाफ सदस्यों को नकद पुरस्कार देना भी प्रस्तावित है ।
‘ग्रासरूट लेवल फुटबॉल कार्यक्रम’ द्वारा प्रशिक्षित ‘एमसीडी पोचनपुर बॉयज’ ने विभिन्न अन्य फुटबॉल टूर्नामेंटों में भी लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है । निगम की फुटबॉल टीमों ने कई मुख्य उपलब्धियों को अपने नाम किया है, जिमसें स्पोर्टीजो ओपन में जीत, अंडर 13-फुटबॉल लीग की जीत, दिवाली कप में तीसरा स्थान हासिल करना और आईटीएल और ओपीजी वर्ल्ड स्कूल्स फुटबॉल टीम को हराना शामिल है।
जनवरी माह में, ‘एमसीडी पोचनपुर बॉयज़’ ने कालका स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित ‘रिपब्लिक डे कप’ भी जीता, जिसमें दिल्ली की विभिन्न अकादमियों की 12 टीमों ने भाग लिया । टीम ने क्षेत्रीय प्रतियोगिता में भी गोल्ड मेडल हासिल किया। पिछले साल द्वारका क्षेत्र में टीम ने अन्य निजी स्कूलों की टीमों को भी मात दी थी।
‘ग्रासरूट लेवल फुटबॉल कार्यक्रम’ की सफलता को देखते हुए, दिल्ली नगर निगम इस साल इस परियोजना को निगम के सभी 12 जोन में विस्तारित करने की योजना बना रहा है और इसमें फुटबॉल के साथ-साथ क्रिकेट जैसे अन्य खेल को अगले साल तक शामिल किया जाएगा। निगम को उम्मीद है कि इस प्रकार की परियोजनाएं निश्चित रूप से दिल्ली नगर निगम के स्कूलों से जमीनी स्तर की खेल प्रतिभाओं को आकर्षित करेंगी और उनका पोषण करेंगी।
प्रतिष्ठित दिल्ली यूथ लीग अंडर-11 फुटबॉल टूर्नामेंट इस साल अपने 12वें सीजन में चल रहा है। उक्त लीग फुटबॉल मैच 15 जनवरी से 12 मार्च तक दिल्ली के कई जगहों पर सप्ताहांत में खेले गए। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, खासकर यह देखते हुए कि सभी स्कूली बच्चे आजीविका के नियमित स्रोत के बिना समाज के वंचित वर्ग से ताल्लुक रखते हैं ।
अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए, ‘एमसीडी पोचनपुर बॉयज’ ने लगातार सभी लीग मैचों में सभी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते हुए लीग तालिका में सर्वाधिक 20 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया। टीम ने अपने कौशल व दृढ़ संकल्प से दिल्ली की सबसे प्रतिष्ठित टीमों को मात दी। पूरी लीग के दौरान निगम की टीम ने कुल 40 गोल किए और एक भी गोल नहीं खाया । दिल्ली नगर निगम के चौथी कक्षा के छात्र मास्टर बाबुल कुमार को टूर्नामेंट के ‘सबसे मूल्यवान खिलाड़ी’ के रूप में चुना गया, जबकि मास्टर सोहित, जो पांचवीं कक्षा में पढ़ रहे हैं, ने ‘टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर’ का पुरस्कार जीता।
इसके अलावा, दिल्ली नगर निगम ने छात्रों को खेल उपकरण भी प्रदान किए। निगम के वरिष्ठ अधिकारियों और खेल प्रकोष्ठ द्वारा निरंतर निगरानी के माध्यम से छात्रों की ढांचागत जरूरतों की भी देखभाल की गई ।
इसी तरह,इन सभी छात्रों को उनके माता-पिता और अभिभावकों का अपार समर्थन मिलता रहा। माता-पिता और अभिभावकों ने अपने बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए दिल्ली नगर निगम की विभिन्न पहलों पर आभार व्यक्त किया है।
यूथ फुटबॉल इंटरनेशनल, भाईचुँग भूटिया फुटबॉल स्कूल, मेरा इंडिया मेरा अधिकार, फुट एंड बूट और एमसीडी पोचनपुर बॉयज सहित पांच प्रसिद्ध फुटबॉल टीमों ने दिल्ली यूथ लीग में भाग लिया। टीम फुट एंड बूट और टीम वाईएफआई ने क्रमशः पहले और दूसरे उपविजेता स्थान प्राप्त किए।

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