कठिन परिश्रम एवं संघर्षों के बाद प्रियंका बनी पहली महिला बस चालक

राष्ट्रिय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

लखनऊ. कहते हैं ‘मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है.’ यह सच कर दिखाया है उत्तर प्रदेश की प्रियंका शर्मा ने प्रियंका तमाम संघर्षों को मात देकर यूपी रोडवेज की पहली महिला ड्राइवर बन गई हैं. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन द्वारा नियुक्त 26 महिला ड्राइवरों में से प्रियंका भी एक हैं. प्रियंका के पति का निधन शराब पीने के कारण जल्दी हो गया था. इसके बाद दो बच्चों को पालने की जिम्मेदारी उन पर आ गई थी.ANI से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे पति की मृत्यु के बाद, मेरे बच्चों की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी मुझ पर थी.

मैं बेहतर अवसरों के लिए दिल्ली शिफ्ट हो गई.उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को महिला ड्राइवरों को अपने पैरों पर खड़े होने का अवसर देने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि साल 2020 में योगी जी और मोदी जी ने महिला ड्राइवरों के लिए नौकरी की रिक्तियां बनाईं. मैंने भी फॉर्म भरा था. मैंने मई में ट्रेनिंग पास की और मुझे सितंबर में पोस्टिंग मिली. हालांकि हमारा वेतन कम है, लेकिन हमें सरकार से अच्छा समर्थन मिल रहा है.

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