अमरोहा। एनआइए और एटीएस की टीम ने बुधवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए आतंकी मुफ्ती सुहैल के जाफराबाद स्थित घर से राकेट लॉन्चर बरामद किया था। एजेंसियों को आशंका है कि यह लॉन्चर अमरोहा में बनाया गया।
क्योंकि जिस प्रकार से इस प्रकरण की कड़ियां आपस में जुड़ी हैं उससे साफ जाहिर है कि इसे अमरोहा में तैयार कराकर सुहैल दिल्ली ले गया था। संभवत सैदुपुर इम्मा के रहने वाले दोनों भाई सईद और रईस की मदद से इसे तैयार किया गया था।
आइएस के आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए एनआइए और एटीएस द्वारा आतंकी सुहैल के दिल्ली में जाफराबाद स्थित घर से भारी मात्र में तबाही का सामान बरामद किया था। उसमें मिला राकेट लॉन्चर ठेठ देसी अंदाज में बना नजर आ रहा था।
अब खुफिया विभाग की टीम ने इस लॉन्चर के बनाए जाने की कड़ी अमरोहा से जोड़ी है। हालांकि, अभी रिमांड पर लिए गए आतंकियों से इस संबंध में पूछताछ होना बाकी है लेकिन माना जा रहा है कि यह लॉन्चर संभवत: अमरोहा में बनाया गया है।
इसी आधार पर सैदपुर इम्मा के सगे भाई सईद और रईस भी गिरफ्तार हुए हैं। क्योंकि वह वेल्डिंग का काम करते थे।
माना जा रहा है कि सुहैल ने दोनों भाइयों के साथ गहरी पैठ बनाकर उनसे ही यह लॉन्चर तैयार कराया है। सूत्रों के मुताबिक सुहैल अपने साथी इरशाद के ऑटो में सामान रख कर दोनों भाइयों की दुकान तक ले जाता था। वहीं पर दहशत फैलाने का सामान तैयार किया गया।
संदिग्ध आतंकी सुहैल के घर से एनआइए और एटीएस को एके-47 के बारे में जानकारी मिली थी लेकिन वह बरामद नहीं हो सकी। इसे लेकर बार-बार सुहैल से बात की जाती रही।
खुफिया एजेंसियों के लिए अब यह सवाल है कि आखिर एके-47 कहां गई। इतना ही नहीं आतंकी के घर से बरामद डायरी में विस्फोटक सामग्री के कोड वर्ड भी लिखे हुए मिले।
बुधवार को हुई कार्रवाई में खुफिया एजेंसियों को जानकारी थी कि आतंकी सुहैल के घर से एके-47 भी बरामद होगी। अन्य विस्फोटक तो बरामद कर लिया गया लेकिन एके-47 नहीं मिली। इसे लेकर छापा मारने वाले अफसरों के कान खड़े रहे कि आखिर सूचना के मुताबिक एके-47 क्यों नहीं मिली।
हालांकि, टीम ने सुबह पांच बजे ही सुहैल को घर से हटा कर अपनी निगरानी में रखा हुआ था। घर की तलाशी के दौरान लगातार सुहैल से फोन पर वार्ता की जा रही थी। उसके बताए गए स्थान से टीम सामान बरामद करती रही लेकिन सुहैल ने एके-47 के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
सूत्र बताते हैं कि सुहैल के घर एके-47 मौजूद होने की पुख्ता जानकारी थी। अब टीम हैरत में है कि आखिर वह कहां गई।