कानपुर: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान राष्ट्रीय शर्करा संस्थान व आसपास के गांवों में तेंदुआ की दहशत छठवें दिन भी जारी रही। डर के चलते लोग घरों में कैद हैं और तेंदुआ वन विभाग की टीम के साथ लुकाछिपी खेल रहा है। अत्याधुनिक ट्रैंकुलाइजर गन से लैस वनकर्मी उसे पकड़ नहीं पा रहे हैं। तेंदुआ बेहद चालाक है क्योंकि वह जाल के पास से देखकर निकल गया और हाईमास्ट लाइटों से बचकर वह अंधेरा रास्ता चुनता है।
पहली बार आईआईटी हवाई पट्टी में दिखा तेंदुआ आईआईटी में 26 अक्टूबर की भोर हवाई पट्टी के पास निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस के एक गार्ड ने तेंदुआ देखने की जानकारी कंट्रोल रूम पर दी। इसके बाद वन विभाग और संस्थान की सुरक्षा कर्मियों की टीमों ने तेंदुआ की तलाश करना शुरू कर दिया था। दो दिन तक ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के बाद भी कुछ पता नहीं चला था। दूसरे दिन स्कूलों की छुट्टी कर दी गई थी और छात्रों को हास्टल के अंदर रहने और प्रोफेसर व शिक्षकों को भी आवास एवं डिपार्टमेंट भवन में रहने को कहा गया था।
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