राष्ट्रीय जजमेंट/मलिहाबाद माल/उत्तर प्रदेश राजधानी लखनऊ में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा जो ट्रैक्टर की सवारियों पर रोक ट्रैक्टर पर जुर्माना लगाया है लेकिन जो यह हादसे हो रहे हैं वह ज्यादातर सड़कों पर बने गड्ढों सड़क के किनारे की पटरी की व्यवस्था गड़बड़ होने से हादसे हो रहे हैं अधिकारियों के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी को जो प्रगति रिपोर्ट दी जाती है वह सरासर गलती दी जाती है
हकीकत को छुपाया जाता है आज पूरे उत्तर प्रदेश में सड़कों की हालत बद से बदतर है
सड़कों की वजह से प्रतिदिन दुर्घटनाएं हो रही हैं लोगों की जाने जा रही है
अधिकारी अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कहीं तेज रफ्तार का हवाला कहीं शराब के नशे में गाड़ी चलाने का हवाला आज नाना प्रकार के बहाने कर मृत व्यक्ति को क्यों जिम्मेदार बता देते हैं
इन गरीबों किसानों मजदूरों की परेशानी बढ़ाने के लिए कानून बनाए जा रहे हैं
जो ट्रैक्टर पर बैठी सवारियों से 10,000 जुड़वाने की बात हो रही है जिसका मैं विरोध करता हूं ट्रैक्टर ट्राली पर जुर्माना नहीं होना चाहिए जिस क्षेत्र में सड़कों के गड्ढे सड़क के किनारे की पटरी की वजह से दुर्घटनाएं हो उस क्षेत्र के सांसद एवं विधायक पर जुर्माना होना चाहिए उनकी सदस्यता समाप्त कर देनी चाहिए उस जिले के जिलाधिकारी क्षेत्र के उप जिला अधिकारी उस ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी को नौकरी से बर्खास्त कर देना चाहिए अगर यह व्यवस्था लागू कर दी जाए तो व्यवस्था ठीक होगी आखिर सांसद विधायक कौन सी गया कर रहे हैं कौन सा विकास कर रहे हैं विधायक निधि सांसद निधि कहां खर्च हो रही है कितना विकास हो रहा है यह भी जानकारी माननीय मुख्यमंत्री जी को लेनी चाहिए गरीबों किसानों मजदूरों के पास लग्जरी गाड़ियां नहीं है
उनके वहां कोई कार्यक्रम होता है तो ट्रैक्टर डाले आदि से ही अपने घरों के मांगलिक कार्यक्रमों को संपन्न कराते हैं
घर के किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर गंगा जी ले जाने के लिए ज्यादातर ट्रैक्टर ट्राली का ही उपयोग किया जाता है यह आज से नहीं देश के आजादी के समय से लोग ट्रैक्टर बैल गाड़ियों से तीर्थ स्थानों पर जाते रहें हैं
आज सरकार में बैठे लोग प्रशासनिक लोग अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कई प्रकार के कानून बनाने का काम किया जा रहा है अगर क्षेत्र का विधायक सांसद आम जनमानस को सही सड़क की व्यवस्था नहीं कर सकता है
तो वह क्या करेगा केवल मलाई खाने के लिए विधायक सांसद बना है और ज्यादातर सांसद विधायकों के द्वारा क्षेत्र का विकास नहीं होता है
क्षेत्र के लोगों का उत्पीड़न जरूर किया जाता है
थानों में ब्लॉकों में तहसीलों पर दबाव बनाकर व्यक्तिगत किसी व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए सच्चाई को दबा दिया जाता है
पीड़ित को न्याय नहीं मिल पाता है प्रशासनिक अधिकारी भी जनप्रतिनिधियों के दबाव में आकर पीड़ितों को इन्हें नहीं दे पा रहे हैं ।हर बार गरीबों किसानों मजदूरों के उत्पीड़न के लिए जो कानून सलाहकार के द्वारा सलाह देकर बनवाया जा रहा है वह सरासर गलत है सांसद विधायक की भी जिम्मेदारी निर्धारित करने का कष्ट करें और गरीबों किसानों मजदूरों के घर में छोटे-छोटे कार्यक्रमों मैं गलत कानून बाधाएं उत्पन्न की जा रही है इनको रोका जाए ताकि गरीब भी छोटे स्तर पर अपनी खुशियों को मना सके
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