सोशल मीडिया पर गलत चीजो का शिकार हो रहो लड़कियां, हर रोज मिल रहे हजारों मामले

आगरा में सोशल मीडिया पर महिलाओं और युवतियों को परेशान करने की घटनाएं आए दिन सामने आती हैं। उनकी निजी जानकारी और आपत्तिजनक फोटो को शेयर करके बदनाम किया जाता है। उन्हें बिना सहमति के व्हाट्सएप और मैसेंजर पर मैसेज भेजे जाते हैं। दोस्ती का झांसा दिया जाता है।
इस तरह के मामले साइबर बुलिंग में आते हैं। आगरा जोन की बात करें तो साइबर बुलिंग के थाने और साइबर सेल में दो साल में 50 से अधिक मामले ऑफलाइन और ऑनलाइन दर्ज किए जा चुके हैं। कुछ मामलों में पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भी भेज चुकी है।
जनवरी 2021 में जगदीशपुरा इलाके की रहने वाली शिक्षिका को बदनाम किया गया। उनके मोबाइल पर अनजान लोगों के कॉल आते थे। वह अश्लील बात करते थे। पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की। पता चला कि कालगर्ल बताकर उनका नंबर इंटरनेट मीडिया पर डाल दिया गया था। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी उनका छात्र ही निकला था। उसे जेल भेजा गया था।
जगदीशपुरा की ही रहने वाली एक शिक्षिका को लखनऊ का युवक तकरीबन पांच साल से परेशान कर रहा है। उनके बारे में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी तक कर चुका है। उनको बदनाम भी करता है। पीड़िता की शिकायत पर जगदीशपुरा थाना में मुकदमा भी दर्ज किया गया। उसके खिलाफ जांच भी की जा रही है।
साइबर सेल ऐसे मामलों को लेकर लोगों को जागरूक कर रही है। जोन साइबर सेल के मुताबिक, किसी व्यक्ति को मोबाइल फोन, कंप्यूटर आदि के इस्तेमाल से सोशल मीडिया या सीधे तौर पर आपत्तिजनक सामग्री फोटो, वीडियो, मैसेज, ईमेल आदि भेजना।
किसी की निजी जानकारी को बिना उसकी अनुमति के सोशल मीडिया पर साझा करना, जिससे किसी व्यक्ति को सामाजिक, शारीरिक या मानसिक रूप से क्षति पहुंचे। यह साइबर बुलिंग या ऑनलाइन बुलिंग कहलाता है। इस तरह का अपराध महिलाओं के साथ होते हैं। ऐसे में पीड़ितों को पुलिस से शिकायत करनी चाहिए। पुलिस मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई कर सकती है।

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