कृषक रईस सिंह का मामला- मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दोषी मत्स्य विभाग के कर्मियों पर तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए

नवोदय विद्यालय में छात्रों के विवाद पर भी संज्ञान लिया

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ म०प्र० 

संवाददाता हरिशंकर पाराशर 

*अधिकारी यह मानें की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में
अपनी बेटी का ही विवाह हो रहा हैः मंत्री भूपेन्द्र सिंह

*देश में जिला पंचायत भोपाल ने बढ़ाया मध्य प्रदेश का कीर्तिमान: पहला पुरस्कार मिला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्तरीय पं. दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरुस्कार से किया सम्मानित
!!.पुरस्कार के रूप में 50 लाख रुपए भी मिले गांवों की तस्वीर बदलने में खर्च किए जाएंगे.!!
पंकज पाराशर छतरपुर

*प्रकरण मंजूर करने में बैंक शाखाएं तेजी लायेंः मंत्री भूपेन्द्र सिंह

*: बमीठा खजुराहो सड़क निर्माण को लेकर भाजपा नेता प्रकाश पांडे ने सौंपा ज्ञापन….

*मत्स्य विभाग के दो अधिकारियों को कमिश्नर ने निलंबित किया*

*खुरई में विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर कल, सभी रोगों की मुफ्त जांच व इलाज होगा,मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सभी जरूरतमंदों से स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाने की अपील की

सागर। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने क्षेत्र से संबंधित दो सूचनाओं पर संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को तुरंत समस्या का निराकरण करने के आदेश दिए हैं।

मालथौन विकासखंड के बिदवासन ग्राम के कृषक रईस सिंह राजपूत की समस्या मत्स्य विभाग से संबंधित थी। मंत्री भूपेंद्र सिंह जी ने आज प्रातः पीड़ित किसान से दूरभाष पर समस्या की जानकारी ली और मत्स्य विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि पीड़ित रईस सिंह राजपूत के प्रकरण में मत्स्य विभाग के जो भी अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए जाएं उन पर तत्काल सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही पीड़ित कृषक की समस्या का शीघ्र व स्थाई समाधान किया जाए।

खुरई के जवाहर नवोदय विद्यालय में छात्रों के बीच मारपीट की सूचना को गंभीरता से लेते हुए मंत्री भूपेंद्र सिंह ने एसडीओपी तथा विद्यालय के सक्षम अधिकारी से चर्चा की है। मंत्री जी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि मारपीट के घटनाक्रम की सूक्ष्मता से जाँच करें और यदि रैगिंग आदि के तथ्य मिलते हैं तो प्रभावी कार्यवाही करें। मंत्री श्री सिंह ने कहा है कि रैगिंग जैसे अभिशापों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि ये शिक्षा के स्वस्थ वातावरण को दूषित करती है। आवासीय विद्यालय व छात्रावास में सीनियर व जूनियर विद्यार्थियों के बीच परस्पर सहयोग व प्रोत्साहन का रचनात्मक वातावरण होना चाहिए ताकि सभी बच्चे शिक्षा के अवसरों का निर्भय होकर लाभ ले सकें।

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