पुरानी रंजिश के चलते अपने साथी के साथ मिलकर दोस्त की हत्या करने के प्रकरण में दो आरोपियों को आजीवन कारावास

मुलताई 28/04/2022
आपसी रंजिश के चलते ग्रामीण की हत्या कर जंगल में फेंक देने वाले दो आरोपियों को तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश ने दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है प्रकरण में जिला अभियोजन अधिकारी एसपी वर्मा के मार्गदर्शन में शासन की ओर से पैरवी करने वाली विशेष लोक अभियोजक मालिनी देशराज ने बताया ग्राम टेमझिरा निवासी ओमकार ने पुलिस थाना मुलताई में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उसके पुत्र ज्ञानचंद को बीते 1 मार्च 2016 को सुबह 10 बजे के दरमियान ग्राम का ही निवासी लेखराज उर्फ लखन पिता गुलाबराव नरवरे बाइक पर बिठाकर अपने साथ मुलताई लेकर गया था उसके बाद से पुत्र ज्ञानचंद घर नहीं लौटा है |
ओंमकार ने अपने पुत्र ज्ञानचंद की हत्या करने का संदेह जाहिर किया था पुलिस ने ओम कार की रिपोर्ट पर लेखराज के खिलाफ धारा 364 के तहत केस दर्ज कर लेखराज को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की पूछताछ के दौरान लेखराज ने पुरानी रंजिश के चलते 1 मार्च को केदार सिंह निगम के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से ज्ञानचंद को गड़ा धन निकालने के लिए सफेद पलसा का वृक्ष दिखाने के बहाने बरेठा के जंगल में बाइक पर बिठाकर ले जाने और पत्थरों से ज्ञानचंद की हत्या करने की बात कबूली थी और पुलिस ने लेखराज की निशानदेही पर बरेठा के जंगल में कंकाल बरामद किया था जहा ज्ञानचंद के कपड़े भी बरामद हुए थे |
कंकाल का डीएनए ज्ञानचंद के पिता और भाई के साथ कराया तो कंकाल ज्ञानचंद का ही होने की पुष्टि हुई विवेचना उपरांत पुलिस ने आरोपी लेखराज नरवरे निवासी ग्राम टेमझिरा और केदार सिंह पिता रूपसिंह निगम निवासी ग्राम बाड़ेगांव के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया न्यायाधीश ने प्रकरण की सुनवाई उपरांत आरोपी लेखराज और केदार सिंह को धारा 302 के तहत दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास और दो दो हजार रुपए के जुर्माने से दंडित किया वही धारा 364 120 के तहत भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई और दो दो हजार रुपए के अर्थदंड से भी दंडित किया है|
जिला ब्यूरो आशीष पाटिल बैतुल

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