कटनी :जिला अस्पताल को बनाया जा रहा राजनीति चमकाने का अखाड़ा

अपने विधानसभा क्षेत्र के अस्पताल का उन्नयन करने के बजाय जिला मुख्यालय के जिला अस्पताल परिसर में अपने परिजन के नाम से चिकित्सा सुविधा देने के लिए करोड़ों रुपये की बिल्डिंग बनवाने को आने वाले विधानसभा चुनाव में मुड़वारा विधानसभा से नई पीढ़ी के लिए चौसर बिछने की संभावना ने मौजूदा विधायक को चौकन्ना और विचलित सा कर दिया है ।

क्षेत्रीय विधायक द्वारा अपने जन्मदिन में शासकीय अस्पताल में रक्तदान शिविर आयोजित किये जाने को तो एकबार सही माना जा सकता है लेकिन अस्पताल की निर्माणाधीन बिल्डिंग (आधी अधूरी) ट्रामा सेंटर में पत्रकार वार्ता आयोजित किये जाने को कतई नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है । इसे सेवा के बहाने अपने जनाधार को साधने की कोशिश समझा जा रहा है ।

कटनी की राजनीति को करीब से जानने वालों का मानना है कि ये हरकतें सरकारी परिसरों को अखाड़ा बनाकर अपनी – अपनी राजनीति की कालिख़ साफ़ करने के लिए जिला अस्पताल की छाती में मूंग दलने जैसा ही है ।

शहर को नरक में तब्दील कर सालभर जनता का खून चूसने के बाद एक दिन रक्त की चंद बूंदे अस्पताल को डोनेट कर देने को रक्त का दान तो कतई नहीं कहा जा सकता !

एक बात और पत्रकारों की मानें तो क्षेत्रीय विधायक हो या बाहरी विधायक किसी ने भी आजतक जिला अस्पताल में पत्रवार्ता आयोजित नहीं की है तो फिर जिला अस्पताल परिसर में मुख्यमंत्री द्वारा एक बाहरी विधायक के परिजन के नाम से बनने वाली बिल्डिंग का भूमिपूजन करने के चंद दिनों के भीतर ही अस्पताल परिसर में ही क्षेत्रीय विधायक द्वारा पत्रकार वार्ता बुलाने पर विधायक की नियत पर सवाल तो उठेंगे ही !

इस बात से इंकार नहीं किया सकता कि आने वाले दिनों में अपनी जमीन बचाने और अपने लिए जमीन तलाशने की प्रतिद्वंदता नये – नये रूपों में देखने को मिलेगी । वैसे भी गत दिनों मुख्यमंत्री और पार्टी मुखिया की मौजूदगी में जिस तरह पार्टी की छीछालेदर हुई है उसने साफ संकेत दे दिए हैं कि कटनी में पार्टी उसकी जेब में होगी जो गांठ से भरपूर होगा तथा हर कुछ खरीदने की क्षमता रखेगा ।

अश्वनी बड़गैंया, अधिवक्ता
स्वतंत्र पत्रकार

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