गड्ढे में पड़ी मिली युवक की लाश,उलझी मौत की गुत्थी

महराजगंज। पुरंदरपुर के रेलवे अंडरपास के निकट स्थिक गड्ढे में रविवार की सुबह एक युवक की लाश बरामद की गई। युवक के शव के पास से ही बाइक भी बरमाद की गई। युवक का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी मच गई है। युवक की मौत को लेकर तमाम कयास लगाये जा रहे हैं। कोई इसे हादसा तो कोई घटना को कुछ और नजरिये से देख रहा है।

जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह ग्रामीणों ने देखा कि रेलवे अंडरपास के बगल गड्ढे में एक युवक की लाश पड़ी है और बगल में एक बाइक भी है। मौके पर दर्जनों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे और पुलिस को घटना की सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

मृतक की पहचान जितेंद्र के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही जितेंद्र के परिजन पुरंदरपुर थाने पहुंचे है। परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल है। एसओ पुरंदरपुर ने बताया की घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही युवक की मौत की गुत्थी सुलझेगी।

२-एएनएम के विसरा जांच रिपोर्ट से खुलेगा मौत का राज, लखनऊ भेजा गया सैंपल

महराजगंज। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घुघली के ग्राम रामपुर बल्डीहा में तैनात एएनएम खुश्बू यादव अपने कमरे में बुधवार की देर शाम संदिग्ध अवस्था में मृत मिली थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए डॉक्टरों की टीम ने सैम्पल लेकर लखनऊ जांच के लिए भेजा है। विसरा जांच रिपोर्ट आने के बाद एएनएम की मौत के कारणों का पता चल सकेगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि एएनएम के शव का पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए लखनऊ सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद एएनएम की मौत के कारण का पता चलेगा।

क्या होता है विसरा? कैसे होती है जांच?
किसी की मौत हो जाने के बाद अगर पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराती है, तो इस दौरान मरने वाले के शरीर से विसरल पार्ट यानि आंत, दिल, किडनी, लीवर आदि अंगों का सैंपल लिया जाता है, उसे ही विसरा कहा जाता है।अगर किसी शख्स की मौत संदिग्ध हालात में होती है। उसकी मौत के पीछे पुलिस या परिवार को किसी भी तरह का शक होता है, तो ऐसे मामलों में मौत की वजह जानने के लिए विसरा की जांच की जाती है।

विसरा की जांच केमिकल एक्जामिनर करते हैं। वो विसरा की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि मौत कैसे हुई और मौत की वजह क्या थी? इस जांच में मौत का वक्त, मौत का बताया गया वक्त, शरीर के अंदरूनी अंगों का रंग, नसों की सिकुड़न, पेट में मिलने वाले खाने के अवशेष आदि बहुत अहम होते हैं। इसलिए विसरा जांच में मौत का कारण साफ पता चल जाता है। विसरा रिपोर्ट को न्यायालय में सबूत के तौर पेश किया जाता है। विसरा की जांच संदिग्ध हालात में मौत, गोली लगने से मौत, जहर से मौत, गला रेत कर मौत, रेप के बाद मौत, डूब जाने से मौत या करंट लग जाने पर होने वाली मौत के मामलों में कराई जाती है।

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