समाज वादी पार्टी ने किया विजय रथ यात्रा का शंखनाद, लखनऊ से अखिलेश संग चला 25 गाड़ियों का काफिला

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को साधने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी जुट गए हैं। मंगलवार यानी आज अखिलेश विजय रथ यात्रा का शंखनाद करने कानपुर पहुंचे। यहां जाजमऊ पुल के पास कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान अखिलेश यादव बस के अंदर बैठे रहे। वहीं, यात्रा की शुरुआत नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में जन्मे बच्चे खजांची (5 साल) ने हरी झंडी दिखाई।

इस दौरान अखिलेश ने लखीमपुर हिंसा को लेकर यूपी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि लखीमपुर में जिस तरह से किसानों और कानून को कुचला गया है, अब लगता है कि संविधान को कुचलकर धज्जियां उड़ाने की तैयारी है। उधर, कानपुर को लेकर कहा कि यह जिला इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि सपा ने लगातार यहां विकास किया है। कानपुर एक औद्योगिक शहर है। मगर आज यहां के कारोबार ठप हैं।

अखिलेश ने यह भी कहा कि ये वो शहर है, जो न केवल रोजगार दे सकता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम करेगा। यहां के कारखाने शुरू हों, व्यापार बढ़े और रोजगार के अवसर पैदा भी होंगे। आने वाले समय में बहुमत की सरकार समाजवादी की ही बनेगी।

दो दिन में 190 किलोमीटर की इस यात्रा में अखिलेश 4 जिलों का भ्रमण करेंगे। इसके जरिए अखिलेश कानपुर-बुंदेलखंड का दौरा करेंगे, जो एक दौर में बसपा का गढ़ माना जाता था।

लखनऊ से अखिलेश संग चला 25 गाड़ियों का काफिला

जाजमऊ से लेकर घाटमपुर और हमीरपुर तक सपाईयों ने कई स्वागत द्वार बनवाए गए। इनमें अखिलेश सरकार के नारे को बुलंद किया गया है। जाजमऊ में लगभग 25 हजार की भीड़ जुटी रही, जबकि नौबस्ता में करीबन 20 हजार की भीड़ देखी गई। इस यात्रा को ऐतिहासिक इसलिए भी कहा जा रहा है कि पहली बार नवरात्री में गंगा के किनारे से चुनावी अभियान शुरू हुआ है। जो यमुना तक लेकर जाया जा रहा है। इस तरह से सपाई गंगा-जमुनी तहजीब को बढ़ावा देते दिख रहे हैं। बता दें, भीड़ लाने की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को सौंपी गई थी।

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