मोदीजी राम से ज्‍यादा अपने काम की चिंता करें: कन्‍हैया कुमार 

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इस दौराम कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य और जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, जो दादर की चैत्यभूमि पर आयोजित रैली में उपस्थित थे, कन्हैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बड़ा हमला बोला।
दिन की शुरुआत में कन्हैया कुमार ने 14 युवा संगठनों की ‘संविधान बचाओ रैली’ को भी संबोधित किया। इन संगठनों में राज्य की कांग्रेस और राष्ट्रवादी पार्टी की युवा ईकाई भी शामिल थीं, जिन्होंने रैली की अगुवाई की।
अयोध्या में जिस वक्त भाजपा की सहयोगी शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद राम मंदिर मुद्दे पर शहर में जमा थे, रविवार (25 नवंबर, 2018) को ठीक उसी वक्त 150 से ज्यादा दलित संगठनों के प्रतिनिधियों ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को एक संदेश देने के लिए मुंबई के चैत्यभूमि पर मार्च किया।
यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या और संविधान के सिद्धांतों को कुचलने का आरोप लगाते हुए दलित संगठनों ने मांग की कि सभी विपक्षी पार्टियां साथ आएं और एकजुट होकर चुना लड़ें।
रैली में कन्हैया कुमार ने कहा, ‘मोदी जी मन की बात करते हैं, पर भूख और काम की बात नहीं करते।’ उनका यह तंज झारखंड की उस रिपोर्ट पर था जिसमें कथित तौर पर 14 लोगों की भूख से मौत हो गई। कन्हैया ने एक अन्य सभा में मोदी पर हमला बोलते हुए कहा,
‘राम की चिंता से ज्यादा, सरकार को आपके काम की चिंता होनी चाहिए।’ पूर्व जेएनयू छात्र ने कहा, ‘हम मंदिरों का निर्माण करने के लिए सरकारों का चुनाव नहीं करते हैं, बल्कि स्कूलों, अस्पतालों का निर्माण, गरीबी उन्मूलन और नौकरियां देने के लिए करते हैं।
कन्हैया ने प्रधानमंत्री पर व्यवस्थित रूप से शिक्षण संस्थानों और लोकतांत्रिक परंपरा को कुचलने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘मोदी जी रोते बहुत हैं। मैं तो ऑस्कर अवार्ड ऑर्गेनाइजेश को एक पत्र लिखने की योजना बना रहा हूं जिसमें
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बेस्ट एक्टर अवार्ड के लिए हमारे प्रधानमंत्री की एंट्री पर विचार किया जाए।’ सरकार के सीबीआई विवाद पर भी कन्हैया कुमार ने पीएम मोदी पर खूब निशाना साधा।

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