टीईटी परीक्षा कराने का मामला लटका शासन में, नहीं हो पाया अभी कोई निर्णय
राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 और डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड)-2020 कराने पर बेसिक शिक्षा विभाग कोई निर्णय नहीं कर सका। परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से 2020 की लंबित दोनों परीक्षाएं कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
टीईटी की परीक्षा हर साल कराई जाती है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने टीईटी 2020 कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा था। वहीं प्राधिकारी की ओर से डीएलएड 2020 कराने का भी प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। लाखों अभ्यर्थियों को दोनों प्रमुख परीक्षाओं के आयोजन का इंतजार है। उधर, लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से कोरोना काल में लगातार दूसरे वर्ष बीएड प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराया जा रहा है।
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उधर, जानकारों का मानना है कि अप्रैल में पंचायत चुनाव होने के कारण अब मई में ही टीईटी-2020 और डीएलएड-2020 परीक्षा कराई जा सकेगी। चतुर्वेदी ने बताया कि शासन से मंजूरी मिलने के बाद ही परीक्षा का कार्यक्रम घोषित हो सकेगा।
टीचर बनने का सपना देख रहे युवाओं को टीईटी-2020 (UPTET-2020) एग्जाम का लंबे समय से इंतजाार है. एग्जाम डेट को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परीक्षा का आयोजन जुलाई महीने में हो सकता है. बता दें कि, कोरोना संक्रमण के चलते बीते साल 2020 में टीईटी की परीक्षा का आयोजन नहीं हो पाया था. ऐसे में यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार की परीक्षा में लगभग 10 लाख अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं.
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