पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 26 दिसंबर 2020

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 26/12/2020,शनिवार
द्वादशी, शुक्ल पक्ष
मार्गशीर्ष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———द्वादशी 28:17:49 तक
पक्ष —————————शुक्ल
नक्षत्र ———-भरणी 10:34:23
योग ————-सिद्ध 15:23:28
करण ————-बव 15:08:01
करण ———-बालव 28:17:49
वार ————————-शनिवार
माह ———————– मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि ——–मेष 17:17:06
चन्द्र राशि ———————वृषभ
सूर्य राशि ——————— धनु
रितु —————————-हेमंत
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————-शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत ————— 2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————-07:09:10
सूर्यास्त —————–17:30:51
दिन काल ————–10:21:41
रात्री काल ————-13:38:42
चंद्रोदय —————-14:47:34
चंद्रास्त —————–28:27:07

लग्न —-धनु 10°36′ , 250°36′

सूर्य नक्षत्र ———————मूल
चन्द्र नक्षत्र ——————-भरणी
नक्षत्र पाया ——————–स्वर्ण

??? पद, चरण ???

लो —- भरणी 10:34:23

अ —- कृत्तिका 17:17:06

ई —- कृत्तिका 23:58:43

उ —-कृत्तिका 30:39:05

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= धनु 10°22 ‘ मूल , 4 भी
चन्द्र = मेष 24°23 ‘ भरणी ‘ 4 लो
बुध = धनु 14°07 ‘ पूoषाo ‘ 1 भू
शुक्र= वृश्चिक 18 ° 55, ज्येष्ठा’ 1 नो
मंगल=मीन 00°30 ‘ अश्विनी ‘ 1 चु
गुरु=मकर 07°22 ‘उ oषा o , 4 जी
शनि=मकर 06°43 ‘ उ oषा o ‘ 4 जी
राहू=(व)वृषभ 25°10 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 25°10 ज्येष्ठा , 3 यी

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 09:45 – 11:02 अशुभ
यम घंटा 13:38 – 14:55 अशुभ
गुली काल 07:09 – 08:27 अशुभ
अभिजित 11:59 -12:41 शुभ
दूर मुहूर्त 08:32 – 09:14 अशुभ

?चोघडिया, दिन
काल 07:09 – 08:27 अशुभ
शुभ 08:27 – 09:45 शुभ
रोग 09:45 – 11:02 अशुभ
उद्वेग 11:02 – 12:20 अशुभ
चर 12:20 – 13:38 शुभ
लाभ 13:38 – 14:55 शुभ
अमृत 14:55 – 16:13 शुभ
काल 16:13 – 17:31 अशुभ

?चोघडिया, रात
लाभ 17:31 – 19:13 शुभ
उद्वेग 19:13 – 20:56 अशुभ
शुभ 20:56 – 22:38 शुभ
अमृत 22:38 – 24:20* शुभ
चर 24:20* – 26:03* शुभ
रोग 26:03* – 27:45* अशुभ
काल 27:45* – 29:27* अशुभ
लाभ 29:27* – 31:10* शुभ

?होरा, दिन
शनि 07:09 – 08:01
बृहस्पति 08:01 – 08:53
मंगल 08:53 – 09:45
सूर्य 09:45 – 10:36
शुक्र 10:36 – 11:28
बुध 11:28 – 12:20
चन्द्र 12:20 – 13:12
शनि 13:12 – 14:04
बृहस्पति 14:04 – 14:55
मंगल 14:55 – 15:47
सूर्य 15:47 – 16:39
शुक्र 16:39 – 17:31

?होरा, रात
बुध 17:31 – 18:39
चन्द्र 18:39 – 19:47
शनि 19:47 – 20:56
बृहस्पति 20:56 – 22:04
मंगल 22:04 – 23:12
सूर्य 23:12 – 24:20
शुक्र 24:20* – 25:28
बुध 25:28* – 26:37
चन्द्र 26:37* – 27:45
शनि 27:45* – 28:53
बृहस्पति 28:53* – 30:01
मंगल 30:01* – 31:10

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

12 + 7 + 1 = 20 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

12 + 12 + 5 = 29 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

*अखण्ड द्वादशी

*व्यंजन द्वादशी

??? शुभ विचार ???

अधना धनमिच्छन्ति वाचं चैव चतुष्पदः ।
मानवाः स्वर्गमिच्छन्ति मोक्षमिच्छन्तिदेवताः ।।
।।चा o नी o।।

लक्ष्मी जो संपत्ति की देवता है, वह चंचला है. हमारी श्वास भी चंचला है. हम कितना समय जियेंगे इसका कोई ठिकाना नहीं. हम कहा रहेंगे यह भी पक्का नहीं. कोई बात यहाँ पर पक्की है तो यह है की हमारा अर्जित पुण्य कितना है.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-05

यत्साङ्‍ख्यैः प्राप्यते स्थानं तद्यौगैरपि गम्यते ।,
एकं साङ्‍ख्यं च योगं च यः पश्यति स पश्यति ॥,

ज्ञान योगियों द्वारा जो परमधाम प्राप्त किया जाता है, कर्मयोगियों द्वारा भी वही प्राप्त किया जाता है।, इसलिए जो पुरुष ज्ञानयोग और कर्मयोग को फलरूप में एक देखता है, वही यथार्थ देखता है॥,5॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भाग्य की अनुकूलता रहेगी। किसी बड़े काम के लंबित प्रयास अब सफल रहेंगे। अपेक्षित कार्य पूर्ण होने से उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। आलस्य न करें। अप्रत्याशित लाभ के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।

?वृष
मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। अच्‍छी खबरें मिलेंगी। आय बनी रहेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। विवेक का प्रयोग समस्या से मुक्ति दिलाएगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।

?मिथुन
थोड़े प्रयास से कार्य पूर्ण होंगे। मित्रों व रिश्तेदारों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी बड़े कार्य को करने की योजना बनेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। परमार्थ करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। घर-बाहर प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी।

?कर्क
बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। मेहनत अधिक और लाभ कम होगा। कार्यों की सफलता में शंका रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। धनहानि की आशंका है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय सामान्य रहेगा। प्रियजनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है।

?सिंह
किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। किसी पार्टी व पिकनिक का आयोजन हो सकता है। रचनात्मक तथा बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। वरिष्ठ व्यक्तियों की शुभ सलाह प्राप्त होगी। रुके कार्यों में गति आएगी। धनार्जन होगा।

?‍♀️कन्या
घर-बाहर सब तरफ हर कार्य में सहयोग प्राप्त होगा। किसी बड़ी समस्या का समाधान होगा। विवाह के इच्छुक व्यक्तियों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। उत्साह व प्रसन्नता बने रहेंगे।

⚖️तुला
किसी संपत्ति का सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। किसी कार्य की बाधा दूर होकर लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। घर-बाहर वातावरण अनुकूल बनेगा। मित्रों व संबंधियों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।

?वृश्चिक
सेहत के बारे में लापरवाही भारी पड़ सकती है। काम करते समय किसी भी तरह की जल्दबाजी व लापरवाही न करें। वाहनादि के प्रयोग में सावधानी रखें। कुसंगति से बचें। हंसी-मजाक में हल्कापन न हो तथा दूसरे के कार्य में हस्तक्षेप न करें। व्यापार ठीक चलेगा।

?धनु
रुका हुआ पैसा तथा पैसा वसूली में सफलता मिलेगी। मनोरंजक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ वृद्धि होगी। घर-बाहर सभी तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। आलस्य हावी रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लाभ होगा।

?मकर
किसी धर्मस्थल की यात्रा-दर्शन आदि के सुयोग बनेंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। राजकीय व्यक्ति से परिचय बढ़ सकता है। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।

?कुंभ
आर्थिक उन्नति हेतु विचार-विमर्श लाभकारी रहेगा। सामाजिक सेवा व दान-पुण्य के कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। मित्रों तथा परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत हो सकती है। किसी तीर्थ यात्रा का आयोजन हो सकता है।

?मीन
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी तथा भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। आय होगी। कारोबारी लाभ बना रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्ययवृद्धि पर नियंत्रण नहीं रहेगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। आशा व निराशा के बीच तनाव व चिंता रहेंगे।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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