सड़क के दोनो किनारों पर फैला अतिक्रमण
औपचारिकताओं में सिमट कर खत्म होता रहा है अतिक्रमण अभियान
जन सामान्य का कब छूटेगा मुख्य बाजार में लगने वाले जाम से पिण्ड
महोबा 29 नवम्बर। शहर के मुख्य बाजार में कब जाम लग जाये इसको लेकर कोई समय निश्चित नहीं है अलबत्ता यहां रोजाना जाम लगना एक निश्चित सी समस्या हो चुकी है, रोजाना लगने वाले जाम से जनसाधारण बेहद परेशान है लेकिन इसका निस्तारण खोजे जाने की दिशा में कोई पहल जिम्मेदारों द्वारा अब तक नहीं की गयी है, जबकि यह समस्या जनता जनार्दन के लिए नासूर बन चुकी है।
यह तस्वीर मुख्य बाजार में लगने वाले जाम की हकीकत बताने के लिए काफी है। दरअसल शहर का मुख्य बाजार दुकान खोलने से लेकर बंद होने तक ग्राहकों से लेकर आम राहगीरों के आने-जाने का उचित माध्यम है शहर में जब से वन-वे व्यवस्था लागू की गयी है तब से तमाम छोटे तिपहिया वाहन यही से आ जा रहे है इसके अलावा तमाम ग्राहक अपनी गाड़ियों से खरीददारियों को पहुंचते है दुकानदार भी अपनी गाड़ियों से यहां-आते जाते है
वे अपनी गाड़िया सड़क किनारे खड़ी करके फुर्सत पा जाते है, छोटा रोड वाहनों के दोनो किनारों पर खड़ा हो जाने के बाद और सिकुड़ जाता है ऐसे में अन्य वाहनों की यहां दिन भर होती चिलपौं जाम की नौबत खड़ी कर रहे है। कुल मिलाकर जाम लगने के मुख्य बाजार में उक्त के अलावा और भी अनेक कारण है मसलन यहां दुकानदारों द्वारा फुटपाथ की जगह पर भी अघोषित तौर पर कब्जे कर रखे गये है।
कहने को तो यहां अतिक्रमण अभियान चलता है लेकिन वह सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित रहकर इतिश्री कर लेता है लिहाजा अतिक्रमण यहां स्थाई रूप ले चुका है, कुल मिलाकर शहर के मुख्य बाजार में जाम की समस्या और फैले अतिक्रमण से नागरिकों का पिण्ड कब छूटेगा उन्हें उस दिन का बेसब्री से इंतजार है।
राष्ट्रीय जजमेंट के लिए महोबा से काजी आमिल रिपोर्ट