दबंग ग्राम प्रधान पति अपनी बाउंड्री वाल के अंदर बना रहा है सार्वजनिक शौचालय

दबंग ग्राम प्रधान पति अपनी बाउंड्री वाल के अंदर बना रहा है सार्वजनिक शौचालय विकास खंड बेहटा के पसुरा बेल्हा का मामला

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सीतापुर –एक तरफ केंद्र व प्रदेश की सरकार स्वच्छता मिशन के अंतर्गत घर-घर शौचालय सहित ग्रामीण जनता की सहूलियत के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में सार्वजनिक शौचालय के नाम पर लाखों रुपए खर्च कर रही है ।वहीं ग्राम प्रधान जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसे सार्वजनिक शौचालय जिनका लाभ समस्त ग्राम वासियों को मिलना चाहिए अपने कब्जे की बाउंड्री वाल जो उनके घर की ही है। में कराकर सरकारी संपत्ति को अपने निजी लाभ के लिए निर्माण करा रहे हैं।
वहीं स्थानीय लेखपाल भी उक्त निर्माण की जमीन को सरकारी परंतु ग्राम प्रधान के कब्जे में होना कबूल कर रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड बेहटा की ग्राम पंचायत पचरा बिरहा कि ग्राम प्रधान गीता देवी हैं जिनका सहारा कार्यभार उनके पति हरे राम जो डायल 112 पर तैनात हैं देखते हैं इसी धमक में उन्होंने ग्राम पंचायत अधिकारी सुरेंद्र यादव वाले लेखपाल की मिलीभगत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण अपनी निजी मकान के सामने जो उनके कब्जे में बनी बाउंड्री वाल के अंदर सरकारी नई आबादी की प्रति जमीन गाटा संख्या 280 पर है निर्माण करवा रहे हैं। जिसका लाभ आम ग्राम वासियों को नहीं मिल पाएगा क्योंकि ग्राम प्रधान पति डायल 112 पर तैनात है इसलिए ग्रामवासी खुलकर विरोध नहीं कर रहे हैं इस बाबत में जब संबंधित लेखपाल से फोन पर वार्ता किया गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि जमीन नई आबादी की प्रति जमीन है जिस पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण हो रहा है जबकि ग्राम प्रधान के घर के सामने है वह भी उनकी बाउंड्री वाल के अंदर जिसमें बाहर की तरफ गेट लगा दिया गया है।
ऐसे में यह विचार करने योग्य है कि जब ग्राम प्रधान स्वयं अपने अवैध कब्जे की बाउंड्री वाल के अंदर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण सरकारी पैसे से करा रहे हैं तो आम ग्राम वासियों को इसका लाभ कैसे मिलेगा तो जरूर उठता है वही स्वच्छता मिशन की भी परिकल्पना पूर्ण होती नहीं दिख रही है जिम्मेदार अधिकारियों को चाहिए कि उक्त प्रकरण की जांच कराकर सरकारी जमीन से ग्राम प्रधान का कब्जा मुक्त कराएं सार्वजनिक शौचालय को बाउंड्री वाल के बिल्कुल बाहर कराया जाए जिससे आज ग्राम वासियों को इसका लाभ मिल सके

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा पिसावा ब्लॉक के अंतर्गत गांव परतापुर बदापुर

सीतापुर- पिसावां सीतापुर: सरकार जनता के विकास हेतु एक तरफ़ योजनाओं के विस्तार में लगी हुई है वहीं दूसरी तरफ़ ग्राम प्रधान व बीडीओ की मिलीभगत से जनता को मिलने वाली सुविधाओं में जमकर भृष्टाचार की खबरें लगातार प्रकाश में आती रहती हैं। ऐसा ही एक मामला सीतापुर जिले के पिसावां ब्लॉक के अंतर्गत बद्दापुर गांव में देखने को मिला जहां पर गांव के ही निवासी छोटेलाल ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए बताया कि सन 1990 में उन्होंने ने घर बनवाने के साथ साथ शौचालय का निर्माण भी कराया था अपने निजी ख़र्चे से जब सरकारी शौचालय निर्माण की बारी आयी तो प्रधानपति सोनपाल सिंह ने छोटेलाल से कहा कि आपको शौचालय की राशि मिल जाएगी,परंतु प्रधानपति ने स्वयं शौचालय की राशि हड़प ली। ऐसे ही एक मामले में गांव के एक व्यक्ति मकरंद सिंह ने बताया कि वर्षों से वह कच्ची दीवारों से युक्त घास फूस के छप्पर के नीचे राह रहे हैं। सरकार द्वारा प्रदत्त आवास की सूची में उनका नाम था परंतु आवास के एवज़ में 50000 की मांग पूरी न कर पाने के कारण आज तक भ्रष्टाचारियों द्वारा मकरंद को आवास से वंचित रखा गया है। वहीं गांव के विकास की अन्य जमीनी हक़ीक़त की बात करें तो सरकारी हैण्डपम्पों का उपयोग पानी के लिए नही बल्कि पशुओं को बांधने हेतु खूंटे के रूप में किया जा रहा है।इस पर ग्रामीणों का कहना था कि इन हैण्डपम्पों की मरम्मत हेतु कई बार ग्राम प्रधान से कहा गया परंतु जिमीदारों द्वारा कोई ध्यान नही दिया गया। इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी पिसावां से फोन द्वारा संपर्क साधने की कोशिश की गई तो कई प्रयासों के बाद भी उनसे सम्पर्क नही हो पाया । ऐसी स्थिति में यह बहुत जटिल प्रश्न जनता के मन मे उभरकर आ रहा है कि आख़िर कैसे होगा ग्रामीण अंचल का विकास जब ज़िम्मेदार ही योजनाओं को भृष्टाचार की बलि चढ़ाकर स्वयं का पेट भरने में लगे हों और सक्षम अधिकारी मौन व्रत धारण कर अनजान बन जाएं।
राष्ट्रीय जजमेंट समाचार ब्यूरो ओपी शुक्ला सीतापुर

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