जिले में सक्रिय हैं साईवर गेंग, अब एसडीएम बने शिकार
अपने दुतीय पंचवर्षीय कार्य काल दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि प्रदेश के हर जिला संभाग मे पुलिस को हाई टैक् बनाया जायेगा और इसके लिए मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की थी कि पुलिस को इसके लिए बकायदा ट्रेनिंग दी जायेगी और उन्होंने बड़ी राशि की घोषणा यह सुनिश्चित करने के लिए जारी की थी कि इस राशि से पुलिस को प्रशिक्षित कर साईवर क्राइम को रोकने की बात मुख्यमंत्री द्वारा की गई थी!
पिछले एक दशक में देखा गया है कि डीजीपी कार्यालय से लेकर थाना, थाना चौकी तक कम्प्यूटर आदि से लैस किये जाने के बाद भी पुलिस विभाग के द्वारा आज दिनांक तक एक भी अपराधी नही पकड़ा गया जिसने ऐसे अपराध को अनजाम दिया हो.? दो तीन महीने से जिले में साईवर अपराध बढ़े है!
जिसके शिकार भी ज्यादा कर पुलिस विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी गंण ही हुये हैं? अब इनकी नजर एसडीएम तक जा पहुंची है फिर भी पुलिस विभाग के आला अधिकारी गणों द्वारा इस दिशा में कोई सख्त कार्यवाही क्यों नही की जा रही है समझ से परे है?