एक अगस्त तक खरीदा चार लाख किलो से अधिक का गोबर

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छत्तीसगढ़ (कोरबा) हरेली त्यौहार पर 20 जुलाई से शुरू हुई गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी का पहला भुगतान आज 5 अगस्त को गोबर संग्राहको के खाते में हो जाएगा। कोरबा जिले में 20 जुलाई से 01 अगस्त तक 2 हजार 757 गोबर संग्राहको से चार लाख 656 किलो गोबर की खरीदी की गई है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर नगरीय क्षेत्रों तक गोबर खरीदी के लिए संग्राहको का पंजीयन तेजी से किया जा रहा है।
01 अगस्त तक खरीदे गए गोबर की राशि आठ लाख एक हजार 313 रूपए 05 अगस्त को संग्राहको के खाते में हस्तांतरित हो जाएगी। जिले के पांच विकासखण्डो के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक तीन लाख छह हजार 157 किलो गोबर की खरीदी हुई है। जिसकी छह लाख 12 हजार 314 रूपए की राशि संग्राहको के खातो में आएगी। इसी प्रकार पांच नगरीय निकाय क्षेत्रो में गोबर संग्राहको ने 94 हजार 500 किलो गोबर गोठान समितियों को बेचा है। इस बेचे गए गोबर की कीमत एक लाख 88 हजार 999 रूपए संग्राहको के खाते में कल सीधे जमा हो जाएगा।
गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गए गोबर की राशि संग्राहको के बैेक खातों मे सीधे जमा होंगी। गोबर खरीदी की राशि का किसी भी संग्राहक को नगद भुगतान नहीं होगा। संग्राहको के बैंक में खाते खोलने के लिए गोठान समितियों के सदस्य, कृषि, पशुपालन और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मैदानी कर्मचारी मदद कर रहे है। गोठान समितियों के खाते कॉ-ऑपरेटिव बैंक में ही खोले जा रहे है ताकि गोबर से बने वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री से मिली राशि सीधे खातो में जमा की जा सके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार गोबर संग्राहको को खरीदे गए गोबर का पहला भुगतान कल पांच अगस्त को किया जाएगा। जिले में गोधन न्याय योजना के तहत दो रूपए प्रति किलो की दर से दो सौ गोठानो में गोबर की खरीदी की जा रही है। जिले में अभी प्रतिदिन औसतन दस हजार किलो गोबर की खरीदी की जा रही है। गोठान में खरीदे गए गोबर को सुरक्षित रखा जा रहा है। गोबर को पंद्रह दिन बाद वर्मी कम्पोस्ट टांके में डालकर जैविक खाद बनाया जाएगा। गोबर संग्राहको का पंजीयन तेजी से किया जा रहा है।
पूरे प्रदेश सहित जिले मे 20 जुलाई को हरेली त्यौहार पर शुरू हुई योजना के पहले दिन ही जिले में पांच हजार किलो से अधिक गोबर की खरीदी की गई। जिले की दो सौ गोठानो में हर दिन गोबर खरीदी की जा रही है। गोबर संग्राहको द्वारा बेचे गए गोबर का पूरा हिसाब भी रखा जा रहा है।
कार्डो में हर दिन खरीदे गए गोबर की मात्रा और राशि की इंट्री कर गोबर संग्राहको तथा गोठान प्रभारी के हस्ताक्षर भी लिए जा रहे है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कृषि और पंचायत तथा ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियो को नियमित रूप से गोठानो का निरीक्षण करने, गोबर खरीदने की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के साथ-साथ खरीदे गए गोबर की पूरी जानकारी प्रतिदिन जिला पंचायत के गोठान सेल में देने के निर्देश भी दिए है।

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