योगी जी की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलता महोबा का जिला अस्पताल
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य में भले ही स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बाताने का दावा करे, लेकिन हकीकत किसी से छिपी नहीं है। एक तो पहले ही राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई थी ऊपर से कोरोना महामारी ने राज्या में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और तगड़ा झटका दिया है। एक तरफ जहां कोरोना मरीजों को राज्य सरकार राजधानी लखनऊ में बेड मुहैया नहीं करा पा रही है। वहीं, दूसरी ओर राज्य के जिला अस्पतालों का भी बुरा हाल है।
महोबा जिला अस्पताल से परेशान करने वाली तस्वीर सामने आई है, जिसने राज्य सरकार के दावों की कलई खोलकर रख दी है। महोबा के जिला अस्पताल में मरीजों के वार्ड तक पानी घुस गया है। आलम यह है कि बेड के नीचे पानी भरा हुआ है। मरीज बेड पर लेटे हुए हैं। अस्पताल का क्या हाल है यह आप तस्वीरों में देख सकते हैं।
अस्पताल में आने-जाने वाले मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों की भी परेशानी बढ़ गई है। डॉ. एके सक्सेना ने बताया, “ऐसा कई सालों से चल रहा है। इससे यहां इलाज करने में दिकक्त होती है। इस सबंध में शासन को पत्र भी लिखा गया है। डीएम ने यहां आकर निरीक्षण किया है, वो अपने स्तर पर जो भी कार्रवाई करेंगे उसके अनुसार, कार्य होगा।”
डॉक्टर ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि अस्पताल का हाल हर साल ऐसा ही रहता है। इस बारे में सरकार को भी खबर है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। सवाल यह है कि मरीजों को लेकर राज्य सरकार इतनी उदासीन क्यों है? आखिर जलभराव से जुड़ी परेशानी को दूर करने के लिए सरकार कदम क्यों नहीं उठा रही है, जबकि उसे पता है कि इस अस्पताल में हर साल का यही हाल है। यूपी में एक तरफ जहां कोरोना वायरस कहर बरपा रहा हैं, वहीं दूसरी ओर बरसात का मौसम शुरू होते ही अन्य बीमारियों ने कहर बरपना शुरू कर दिया है। ऐसे में जरूरत है कि सरकार इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दे।