समय समाप्त होने के बाद भी माफिया कर रहे है खनन कार्य – महोबा

0
0- छतेसर घाट के नजदीक मशीनें खड़ा कर रात में करा रहे खनन
0- शासन-प्रशासन का माफियाओं को नहीं रहा कोई खौफ
0- खनन कार्य से शासन को पहुंचा रहे राजस्व की चपत
0- क्षेत्र वासियों ने शासन-प्रशासन को छापाकार कार्यवाही की मांग
पनवाड़ी/महोबा 3 जुलाई। खनन माफियाओं को अभी धन कमाने की लालसा है। पटटे की सीमा समाप्त हो जाने के बाद भी छतेसर नदी के नजदीक खनन माफिया बड़ी-बड़ी मशीने रखे हुये है। इतना ही नहीं रात के अंधेरे में यह माफिया अपने काम को अंजाम देकर शासन को राजस्व की चपत लगा रहे है।
बताते चले छतेसर घाट पर 30 जून तक के लिये खनन का पट्टा किया गया था। खनन माफियाओं द्वारा अपने क्षेत्रफल की बालू निकालने के बाद दूसरे क्षेत्र में भी मशीनें संचालित करायी जाती रही है और शासन को राजस्व की चपत लगायी गयी है। इतना ही नहीं मशीनें घाट से निकाल कर वहीं पर एक स्थान पर रखा गया है और मौका मिलते ही रात के अंधेरे में यह मशीने छतेसर घाट पर गरज रही है। अवैध खनन करने के साथ बालू को डम्प किया जा रहा है और बाद में यही बालू बाजार में बेंची जा रही है।
खनन माफियाओं के हौंसले कितने बुलंद है कि उन्हें शासन-प्रशासन का कोई खौफ नहीं है। क्षेत्र वासियों ने अवैध खनन की शिकायतें की लेकिन माफियाओं की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। तभी तो यह अभी भी छतेसर घाट के पास डेरा डाले हुय है और अपनी बड़ी-बड़ी मशीने भी खड़ी किये हुये है। सूत्रों का कहना है कि रात के अंधेरे में यह मशीनें घाट पर पहुंच जाती है और खनन कार्य करने के बाद तड़के फिर अपने स्थान पर पहुंच जाती है। खनन माफिया शासन को राजस्व की चपत लगा रहे क्षेत्र वासियों ने छतेसर घाट पर हो रहे अवैध खनन पर छापामार अभियान चलाकर खनन माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
रिपोर्ट काजी आमिल महोबा RJ 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More