यूपी: कस्तूरबा विद्यालयों में 26 शिक्षिकाएं फर्जी, 102 ने नहीं जमा किए मूल दस्तावेज, एफआईआर दर्ज

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प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में शिक्षिकों के मूल दस्तावेजों की जांच के बाद फर्जी अनामिकाओं के बाद फर्जी दो वेद कुमारी, दो अंजली, दो प्रीति यादव, तीन संध्या द्विवेदी, तीन दीप्ति सिंह सामने आई है। विभाग ने कुल 26 फर्जी शिक्षिकाओं का पता लगाकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
प्रदेश में संचालित 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में कुल 5492 शिक्षिकाएं और वार्डेन कार्यरत हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से सभी शिक्षिकाओं और वार्डेन को अपने दस्तावेज मानव संपदा पोर्टल और प्रेरणा एप पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे। मार्च से मई के बीच हुई पड़ताल में सबसे पहले नौ जिलों में गोंडा की अनामिका शुल्का के दस्तावेजों के आधार पर फर्जी अनामिकाओं की नियुक्ति का मामला सामने आया।
इसके बाद विभाग ने सभी शिक्षिकाओं की जांच के आदेश दिए। सभी शिक्षिकाओं के दस्तावेजों की जांच में बुलंदशहर के स्याना ब्लॉक के केजीबीवी में दसवीं फर्जी अनामिका शुक्ला सामने आई। इससे पहले बागपत के बडौत, कासगंज के फरीदपुर, प्रयागराज के सोरांव, रायबरेली के बछरावां, सहारनपुर के मुजफ्फराबाद, वाराणसी के सेवापुरी, अंबेडकर नगर के रामपुर, अमेठी और अलीगढ़ के बिजौली केबीजीवी में अनामिका शुक्ला शुक्ला पकड़ी गई थी।  जौनपुर के मुफ्तीगंज और आजमगढ़ के पवई केजीबीवी में फर्जी प्रीति यादव निकली है।
सहारनपुर के वनग्राम टांडा मुजफ्फराबाद और सीतापुर के लहरपुर में वेद कुमारी नाम की फर्जी शिक्षिका सामने आई है। फिरोजाबाद के एका, फर्रुखाबाद के कमालगंज और अलीगढ़ के अकबराबाद में संध्या द्विवेदी के नाम से कार्यरत फर्जी शिक्षिकाएं सामने आई है। बुलंदशहर के खुर्जा और हरदोई के सुरसा में वार्डेन के पद पर कार्यरत अंजली का खुलासा हुआ है।
फर्जी दीप्ति सिंह मैनपुरी के देवर केजीबीवी में अनुदेशक और करहल में पूर्णकालिक शिक्षिका, कानपुर के अमरौधा में पूर्णकालिक शिक्षिका गृह विज्ञान के पद पर कार्यरत मिली है।   चार शिक्षिकाओं ने फर्जी दस्तावेज से हासिल की नौकरी  फर्रुखाबाद के कायमगंज केजीवीबी में वार्डन निधि गुप्ता, कासगंज के सोरो केजीबीवी में वार्डन चित्रा शर्मा, कासगंज के रानामऊ अमापुर केजीबीवी में लक्ष्मी और बुलंदशहर लखावटी केजीबीवी में विज्ञान की शिक्षिका प्रीति देवी को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्त पाया गया है।
5133 ने जमा कराए मूल दस्तावेज  विभाग की ओर से की गई जांच में 5492 में से 5133 शिक्षिकाओं ने अपने मूल दस्तावेज जमा करा दिए हैं। जबकि 738 ने डुप्लीकेट प्रति जमा कराई है। उन्होंने मूल प्रति गुम होने या कहीं ओर जमा होने का तर्क दिया है।
3100 शिक्षिकाओं का आधार सत्यापन हुआ है। वहीं 102 ऐसी शिक्षिकाएं सामने आई है जो या तो छह महीने से आ नहीं रही है या उन्होंने मूल दस्तावेज जमा नहीं कराए हैं। विभाग ने इन सभी 102 शिक्षिकाओं को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया है साथ ही नोटिस का जवाब नहीं देने पर एफआईआर दर्ज कराने का भी नोटिस जारी किया है।

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