अयोध्या-
गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।
इसे देखते हुए अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम को फिलहाल टाल दिया गया है।
यह कार्यक्रम 2 जुलाई को सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच होना था।
यह जानकारी गुरुवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस आयोजन का हिस्सा बनने वाले थे।
राय ने कहा भारत-चीन सीमा की परिस्थिति गंभीर है। देश की सुरक्षा हम सभी के लिए सबसे पहले है।
मंदिर निर्माण कार्य को शुरू करने का यह समय नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश की परिस्थितियों को देखकर आने वाले समय में नई तारीख का ऐलान होगा।
इसकी जानकारी वेबसाइट पर अपडेट की जाएगी।
इससे पहले ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने शहीद वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी।
जमीन को समतल किया गया
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन हुआ है।
25 मार्च को श्रीरामलला को अस्थाई मंदिर में विराजित किया गया था।
67 एकड़ जमीन को समतल किया जा चुका है।
इस दौरान ब्लैक टच स्टोन के सात खंभे, छह रेडसैंड स्टोन के खंभे, पांच फुट के नक्काशीनुमा शिवलिंग और मेहराब के पत्थर, देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प कलश और नक्काशीदार खंभों के अवशेष मिले थे।
पुरातत्वविद केके मोहम्मद ने इन अवशेषों को 8वीं शताब्दी का बताया था।
मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की सफाई भी शुरू हो चुकी है।