सीतापुर:टिड्डी दल से फसलों की सुरक्षा के लिए जिलाधिकारी ने दिए तैयारी के निर्देश
सीतापुर।
जनपद में टिड्डी दल के आक्रमण की आशंका के मद्देनजर किसानों की फसलों को होने वाली क्षति से बचाव हेतु तैयारी बैठक जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी की अध्यक्षता में कैंप कार्यालय पर हुई।बैठक में जिला गन्ना अधिकारी,जिला उद्यान अधिकारी,कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक,कृषि विभाग के अधिकारी तथा चीनी मिलों के अधिकारी व प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।

टिड्डी दल से बचाव हेतु विचार विमर्श के बाद जिलाधिकारी ने किसानों तथा सम्बंधित विभागों के स्तर पर बचाव कार्यों को किये जाने हेतु निर्देश दिए हैं।किसानों को गन्ना,ज्वार, मक्का आदि फसलों में सिस्टेमिक रसायनों का छिड़काव के अलावा कंडे,उपले पर लाल मिर्च तथा नीम की पत्ती का धुआं तथा दस दिन तक शाम को टीन बजाकर तथा पटाखे फोड़कर टिड्डी दल को भगाने के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।
इसी के साथ जिलाधिकारी ने जिला कृषि रक्षा अधिकारी व उप कृषि निदेशक को प्रदेश स्तर की टीम तथा मध्य प्रदेश व राजस्थान के जिलों से संपर्क में रहकर सूचना प्राप्त करने,किसानों को जागरूक करने तथा जनपद के सीमावर्ती ब्लॉक एलिया,कसमंडा,सिधौली,महोली,गोंदलामऊ, मिश्रिख के लिए ग्रुप बनाकर नोडल अधिकारी तथा द्वितीय पंक्ति में विकास खण्डों के कर्मचारी तथा किसानों का ग्रुप बनाकर नोडल अधिकारी बनाने के लिए निर्देशित किया है।

कृषि विज्ञान केंद्र कटिया के वैज्ञानिक डॉ.दया शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि टिड्डी दल से रासायनिक नियंत्रण के लिए क्लोरोपायरीफॉस 20 ई.सी 1.2ली./हे.,50 ई.सी 0.5 ली./हे.,फाईप्रोलीन 5%ए. सी 125 मिली,फाईप्रोलीन 2.8 ई.एल 225 मिली/हे.,लेमडासाईहेलोथ्रिन 5% ई.सी. 400 मिली की मात्रा से मिश्रण कर छिड़काव के द्वारा नियंत्रण किया जा सकता है।रसायनों का 10 हजार लीटर का बफर स्टॉक तैयार रखने के निर्देश के साथ गन्ने का रकबा ज्यादा देखते हुए सभी चीनी मिलों को 2000 ली. रसायन की उपलब्धता तथा अन्य फसलों के लिए जिला कृषि रक्षा अधिकारी की 4000 ली.रसायन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
