दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने फर्जी ASI भर्ती घोटाले का भंडाफोड़ किया, जयपुर के दो आरोपी गिरफ्तार

ASI की नकली वेबसाइट से सरकारी नौकरी की परीक्षा तक करा चुके थे आरोपी

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की IFSO यूनिट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI), संस्कृति मंत्रालय के नाम पर चल रहे बड़े फर्जी सरकारी नौकरी घोटाले का पर्दाफाश किया है। आरोपियों ने ASI की नकली वेबसाइट बनाकर क्यूरेटर और जूनियर असिस्टेंट के फर्जी पदों का विज्ञापन दिया और सैकड़ों बेरोजगार युवाओं को ठगने की फिराक में थे। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर मुख्य आरोपी कुलदीप और वेब डेवलपर पीयूष को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया, जिससे इंटरव्यू स्टेज पर बड़ी ठगी टल गई।

IFSO यूनिट के डीसीपी विनीत कुमार ने बताया कि मामले की प्राथमिकी धारा 318(4)/319(2)/336(3)/340(2)/61(2) BNS के तहत स्पेशल सेल में दर्ज की गई। आरोपियों ने ASI की आधिकारिक वेबसाइट की तरह दिखने वाली फर्जी पोर्टल बनाई, जिसमें लोगो, कलर स्कीम और लेआउट सब कुछ कॉपी किया गया था। इसके जरिए 7 क्यूरेटर और 84 जूनियर असिस्टेंट के गैर-मौजूद पदों का फेक विज्ञापन जारी किया गया। यह लिंक कॉलेज ग्रुप्स, सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स पर खूब वायरल किया गया, जिससे देशभर से सैकड़ों आवेदन आए।

मोडस ऑपरेंडी के बारे में पुलिस ने खुलासा किया कि मुख्य आरोपी कुलदीप ने वेब डेवलपर पीयूष की मदद से फर्जी साइट तैयार की। आवेदकों की फैमिली बैकग्राउंड और फाइनेंशियल स्टेटस चेक कर करीब 150 कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट किया गया, ताकि बाद में उनसे ज्यादा से ज्यादा रिश्वत वसूली जा सके। विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए जयपुर में एक नामी एग्जामिनेशन सेंटर बुक किया गया, जहां सरकारी परीक्षाओं की तर्ज पर लिखित परीक्षा कराई गई। परीक्षा में बैठने की व्यवस्था, प्रश्नपत्र और प्रोटोकॉल सब असली जैसे थे।

योजना के मुताबिक, लिखित परीक्षा में करीब 50 फीसदी कैंडिडेट्स को पास घोषित कर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाना था, जहां भारी रकम की रिश्वत लेकर फाइनल अपॉइंटमेंट लेटर देने का झांसा दिया जाना था। लेकिन IFSO यूनिट को खुफिया जानकारी मिलते ही एसीपी विजय गहलावत की निगरानी में इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। टीम में एसआई अमित वर्मा, एसआई महेश, एएसआई सुरेंद्र राठी, एचसी मोहित, एचसी करमवीर, एचसी विकेंद्र, एचसी गिरी राज, कांस्टेबल राकेश और कांस्टेबल दर्शन शामिल थे। तकनीकी निगरानी और फील्ड ऑपरेशन से आरोपियों को इंटरव्यू स्टेज से पहले पकड़ लिया गया।

डीसीपी IFSO ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कुलदीप (30 साल), जयपुर का रहने वाला, बी.कॉम पास और दूसरा साल LLB कर रहा है। दूसरा आरोपी पीयूष (25 साल), भी जयपुर का, बी.टेक (कंप्यूटर साइंस) पास है। पुलिस ने इनके पास से दो मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, पासबुक, डेस्कटॉप कंप्यूटर, एक iPad और एक टैबलेट बरामद किया है। जांच जारी है और रैकेट में और लोगों की संलिप्तता की पड़ताल की जा रही है।

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