पूर्वी दिल्ली में ड्रग नेटवर्क का पर्दाफाश, पांच सप्लायर्स गिरफ्तार; 1.692 किलो गांजा और 5.87 लाख की नकदी बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की ईस्ट डिस्ट्रिक्ट टीम ने ड्रग्स के खिलाफ स्पेशल ड्राइव में बड़ी कामयाबी हासिल की है। शाशी गार्डन इलाके में एक्टिव ड्रग नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए पांच ड्रग पैडलर्स को गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। पुलिस ने 1.692 किलो गांजा, ड्रग से कमाए 5 लाख 87 हजार 570 रुपये नकदी और सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए हैं।

ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी अभिषेक धानिया ने बताया कि जीरो टॉलरेंस अगेंस्ट ड्रग्स कैंपेन के तहत ग्राउंड इंटेलिजेंस और लोकल इनफॉर्मर्स को एक्टिवेट किया गया था। 10 दिसंबर को खास सूचना मिली कि शाशी गार्डन के जवाहर मोहल्ला में एक महिला अपने घर से गांजा बेच रही है। एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड, स्पेशल स्टाफ और पांडव नगर थाना की जॉइंट टीमों ने शाम 6:10 बजे छापा मारा।

स्पॉट पर संदिग्ध युवक चांद मोहम्मद भागने की कोशिश कर रहा था, उसके पास से पारदर्शी पॉलीथिन में गांजा बरामद हुआ। घर के अंदर चार अन्य युवक खुले सफेद प्लास्टिक बैग और छोटी पॉलीथिन पाउच के साथ बैठे मिले। सभी को मौके पर दबोच लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान चांद मोहम्मद (19), एक 15 साल का नाबालिग, क्षितिज थापा (23, नोएडा), अमित शर्मा (27, गाजियाबाद) और अशोक (35, कल्याणपुरी) के रूप में हुई।

डीसीपी अभिषेक धानिया ने बताया कि पूछताछ में चांद और नाबालिग ने कबूल किया कि वे मुख्य सप्लायर के लिए गांजा बेचते थे। ड्रग की कमाई से खरीदे अतिरिक्त कैश और जेवरात भी घर से बरामद हुए। पुलिस ने आरोपियों से 1.692 किलो गांजा, 110 खाली पाउच, स्टेपलर, पैकिंग मटेरियल और सोने-चांदी के जेवरात जब्त किए। मोडस ऑपरेंडी के मुताबिक मुख्य सप्लायर घर में गांजा स्टोर करती थी, चांद और नाबालिग फ्रंटलाइन सेलर थे, जबकि बाकी तीन पैकिंग, डिस्ट्रीब्यूशन और कैश कलेक्शन संभालते थे। बिक्री सीढ़ियों पर गुपचुप तरीके से होती थी। कमाई को कैश और जेवरात में बदलकर छिपाया जाता था।

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