दिल्ली के मंच पर चमका शाहजहाँपुर : प्रगतिशील किसान सरताज ख़ान को मिला मिलेनियर फ़ॉर्मर ऑफ इंडिया इंटरनेशनल अवॉर्ड 2025

कृषि नवाचार व अत्याधुनिक गन्ना उत्पादन में शानदार उपलब्धि, दूसरी बार राष्ट्रीय मंच पर हुआ सम्मान — जिले में खुशी की लहर

शाहजहाँपुर। जिले के पसगवां गांव के प्रख्यात प्रगतिशील किसान सरताज ख़ान ने एक बार फिर पूरे देश में शाहजहाँपुर का नाम रोशन कर दिया है। भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र (ICAR) पूसा नई दिल्ली में आयोजित विशाल अंतरराष्ट्रीय कृषि महोत्सव में उन्हें मिलेनियर फ़ॉर्मर ऑफ इंडिया इंटरनेशनल अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें गन्ने में उत्कृष्ट उत्पादन आधुनिक तकनीक के प्रभावी उपयोग और खेती में नवाचार के लिए प्रदान किया गया।

इस भव्य आयोजन में देश–विदेश से आए लगभग 50 हज़ार किसान कृषि वैज्ञानिक और विभिन्न राज्यों के विशेषज्ञ मौजूद रहे। सभी के बीच सरताज ख़ान का नाम दोबारा सम्मान सूची में शामिल होना जिले के लिए बेहद गौरव का क्षण रहा।

सरताज ख़ान को वर्ष 2024 में भी इसी मंच पर सम्मानित किया गया था। लगातार दूसरी बार यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड मिलना उनकी मेहनत, दूरदर्शिता और खेती में श्रेष्ठ योगदान का प्रत्यक्ष प्रमाण है।कृषि जगत के विशेषज्ञों ने सरताज ख़ान को युवा किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बताते हुए उनकी तकनीक आधारित खेती की कार्यप्रणाली की सराहना की।

सरताज ख़ान पिछले चार वर्षों से लगभग 50 एकड़ भूमि पर गन्ने की वैज्ञानिक और आधुनिक पद्धति से खेती कर रहे हैं। ड्रिप इरिगेशन, फर्टिगेशन, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, नई प्रजातियों का विकास व उन्नत फसल प्रबंधन जैसे नवाचारों ने उनके खेत को एक आदर्श मॉडल फार्म बना दिया है। उनका सरताज गन्ना शोध संस्थान किसानों के लिए अध्ययन और प्रशिक्षण का केंद्र बन चुका है जहां दूर–दराज़ जिलों से किसान तकनीक सीखने आते हैं।

सरताज ख़ान को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किए जाने की खबर से जिले में उत्साह और गर्व की लहर दौड़ गईकिसान संगठनों, कृषि विभाग और ग्रामीणों ने इसे शाहजहाँपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।स्थानीय किसानों का कहना है कि सरताज ख़ान ने मेहनत, शोध और तकनीकी खेती के माध्यम से साबित कर दिया है कि सही दिशा में प्रयास किया जाए तो खेती सिर्फ व्यवसाय नहीं बल्कि सम्मान का आधार भी बन सकती है।

इस सम्मान के साथ एक बार फिर शाहजहाँपुर का नाम राजधानी दिल्ली के मंच पर चमका है। सरताज ख़ान की उपलब्धि ने जिले को कृषि क्षेत्र में देशभर में अलग पहचान दिलाई है।कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे किसान ही भारत की कृषि को भविष्य की दिशा दिखा रहे हैं।

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