सफदरजंग अस्पताल में मुफ्त न्यूरोमॉड्यूलेशन सेवा शुरू: गंभीर मानसिक रोगों के मरीजों को मिलेगा नया जीवनदान

नई दिल्ली: वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज (VMMC) और सफदरजंग अस्पताल के मनोरोग विभाग ने मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाया है। शनिवार 6 दिसंबर 2025 को अस्पताल ने देश की सबसे बड़ी सरकारी सुविधाओं में से एक में पूरी तरह मुफ्त न्यूरोमॉड्यूलेशन सेवाएं शुरू करने की घोषणा की। इसमें rTMS (रीपिटिटिव ट्रांसक्रेनियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन), मॉडिफाइड इलेक्ट्रोकोन्वल्सिव थेरेपी (mECT) और tDCS (ट्रांसक्रेनियल डायरेक्ट करंट स्टिमुलेशन) जैसी अत्याधुनिक तकनीकें शामिल हैं।

ये वे इलाज हैं जो दवाओं और काउंसलिंग से ठीक न होने वाले गंभीर डिप्रेशन, ओसीडी (ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर), स्किजोफ्रेनिया और अन्य जटिल मानसिक बीमारियों के मरीजों के लिए आखिरी उम्मीद माने जाते हैं। अब ये सभी सेवाएं सफदरजंग अस्पताल में बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध होंगी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप बंसल, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. चारु बंबा और मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज वर्मा मौजूद रहे। डॉ. बंसल ने कहा, “मानसिक स्वास्थ्य अब विलासिता नहीं, बल्कि बुनियादी अधिकार है। ये नई सुविधा उन लाखों मरीजों के लिए वरदान साबित होगी जो इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं।”

डॉ. पंकज वर्मा ने बताया कि निजी अस्पतालों में एक सेशन rTMS का 5 से 15 हजार रुपये तक होता है और पूरा कोर्स लाखों में पड़ता है। सफदरजंग में अब यही इलाज गरीब से गरीब मरीज को भी मुफ्त मिलेगा। इस सुविधा के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ उत्तर भारत के दूर-दराज के इलाकों से आने वाले मरीजों को भी बड़ा लाभ होगा। विभाग ने पहले ही कई मरीजों को इस सूची में शामिल करना शुरू कर दिया है।

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