माफियाओं को गाड़ देंगे, दंगाइयों की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर, सीएम योगी का सीधा संदेश

राष्ट्रीय जजमेंट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनाव 2027 में 15-16 माह का समय बचा हुआ हो, रणनीति तैयार की जाने लगी है। तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने एजेंडों को सेट करने में लगे हैं। विपक्ष जहां रोजगार और जातीय समीकरणों को साध कर वापसी करने की कोशिश में जुटी है। वहीं, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए अपने एक दशक के कार्यकाल को गिनाने में जुटी है। सीएम योगी आदित्यनाथ विभिन्न मंचों से अब एक बार फिर बुलडोजर बाबा वाली छवि को पेश करते दिख रहे हैं। इंडिया टीवी के आप की अदालत कार्यक्रम में पहुंचे सीएम योगी ने एक बार फिर अपने उसी स्वरूप को पेश किया है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो दंगा करेंगे, डंडा उन्हीं के लिए है।

बुलडोजर एक्शन की चर्चा
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में चलने वाले बुलडोजर को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने सरकार पर बिना सोचे-समझे बुलडोजर चलाने के आरोप लगाए। सीएम योगी को बुलडोजर बाबा कहकर संबोधित किया। इसके बाद तो भारतीय जनता पार्टी ने इस ‘बुलडोजर बाबा’ को चुनावी नारे में बदल दिया। सीएम योगी भी बुलडोजर एक्शन का जिक्र लगातार करते दिखे। 2022 के चुनाव में जीत के बाद से भी बुलडोजर एक्शन की कार्रवाई थमी नहीं।
प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर केस हो या फिर बच्चियों के खिलाफ जघन्य अपराध के मामले, योगी सरकार का बुलडोजर हर जगह गरजा। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज के अस्पताल में शूटरों ने हत्या कर दी। वहीं, माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की जेल में मृत्यु हो गई। योगी सरकार के पहले कार्यकाल से दोनों निशाने पर थे। वहीं, प्रदेश से संगठित अपराध को खत्म करने के लिए एक्शन का भी असर दिखा।

आप की अदालत कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं पर एक्शन की चर्चा की है। उन्होंने साफ कहा कि माफियाओं को गाड़ देंगे। अगर कोई प्रदेश में शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास करेगा, कानून से खिलवाड़ करेगा तो उसे भी कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसे माफियाओं के खिलाफ सरकार का बुलडोजर हमेशा गरजेगा। दंगाइयों की संपत्ति पर हर हाल में बुलडोजर चलेगा। ऐसे अपराधियों को प्रदेश में पनपने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के एक्शन का परिणाम हैं कि कथित दुर्दांत गले में तख्तियां लटकाए थानों के बाहर मिलते हैं।

बंटेंगे तो कटेंगे को किया स्पष्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ का नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ हाल के समय में खासा चर्चित रहा है। उन्होंने कहा कि हमने लोगों को एकजुट रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जो शरीयत की वकालत करते हैं, वह सबसे अधिक नुकसान कर रहे हैं। जब तक इस देश में कठमुल्लापन चलता रहेगा, तब तक यह देश प्रगति नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि मैंने मुहर्रम के जुलूस के उत्पात को देखा है। तलवार लेकर सड़क पर निकलने वाले लोग कभी इधर, कभी उधर तलवार भाजेंगे। यह सब नहीं चलेगा।

पाकिस्तान पर बोला हमला
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने पाकिस्तान का समर्थन करने वालों पर भी करारा हमला बोला। सीएम ने कहा कि जो पाकिस्तान का राग अलापते हैं वो जाएं न उस कंगाल के पास। उन्हें किसने रोका है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सीएम योगी ने कहा कि ये नया भारत है, ये किसी को छेड़ता नहीं है। लेकिन, अगर कोई छेड़ता है तो उसे छोड़ता भी नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर से यह साफ हो गया है।

तोड़फोड़ करने वालों को सख्त संदेश
सीएम योगी ने उत्पात और तोड़फोड़ के मामलों पर भी सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अगर सड़क पर उतरकर तोड़फोड़ करोगे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाआगे तो ब्याज सहित वसूली करूंगा। इतना मानकर चलें। सीएम योगी ने कहा कि समाज में कई प्रकार के लोग होते हैं। इसमें से कुछ लातों के भूत होते हैं, वे बातों से नहीं मानते। उन्होंने कहा कि जो जिस भाषा में समझते हैं, उसी भाषा में डोज देना आवश्यक है। सीएम योगी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो दंगा करेंगे, डंडा उनके लिए ही है।

सड़क पर नमाज पर बड़ा बयान
सीएम योगी ने कार्यक्रम में सड़क पर नमाज पढ़े जाने पर बड़ा बयान दिया। दरअसल, उनसे पूछा गया कि कांवड़ियों पर प्रदेश में फूल बरसाए जाते हैं। उनके पैरों की मसाज की जाती है। एआईआईएम प्रमुख कहते हैं कि हमारे पैरों पर डंडे मारे जाते हैं। इस पर सीएम योगी ने कहा कि दंगा करेंगे तो डंडा तो इसी लिए है। उन्होंने कहा कि जो शांतिपूर्ण तरीके से काम करेंगे, उन्हें संरक्षण देंगे। सड़क पर नमाज मामले में सीएम योगी ने कहा कि अगर सड़क पर नमाज पढ़ोगे तो मैं सड़क पर हनुमान चालीसा को भी रोक नहीं पाऊंगा।

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लखनऊ में ड्रिल मशीन बेचने के नाम पर 98 लाख की ठगी, कोर्ट के आदेश पर दो पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ : सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद गोमतीनगर विस्तार निवासी कारोबारी से 98 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. आरोप है कि HDD ड्रिल मशीन बेचने का झांसा देकर आरोपियों ने 98 लाख रुपये ले लिए. जबकि मशीन पहले से गिरवी है. पुलिस से शिकायत के बाद कार्रवाई न होने पर कारोबारी ने कोर्ट का रुख किया. कोर्ट के आदेश पर दो आरोपियों के खिलाफ गोमतीनगर विस्तार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.

गोमतीनगर विस्तार निवासी कारोबारी मोहम्मद सलीम मंसूरी (मालिक एएस ट्रेडर्स) की तहरीर के मुताबिक दिसंबर 2023 में सोशल मीडिया के माध्यम से चेन्नई निवासी मोहम्मद गुलाब से जान पहचान हुई थी. गुलाब ने सलीम को अपने परिचित, केरला निवासी सुजाबू, मालिक पैन एशियन बिल्डर्स द्वारा अपनी HDD ड्रिल मशीन बेचने की बात बताई. सलीम ने मशीन खरीदने में रुचि दिखाई और 8 दिसंबर 2023 को 1.12 करोड़ रुपये में डील तय हो गई. अनुबंध के तहत सलीम ने सुजाबू को 98 लाख रुपये एडवांस के तौर पर दे दिए. बाद में सलीम को पता चला कि ड्रिल मशीन पहले से गिरवी है और उस पर 62 लाख रुपये का लोन लिया गया है. इसके अलावा सुजाबू कई महीनों से लोन की किस्तें भी नहीं चुका रहा है

मशीन के गिरवी होने की जानकारी के बाद मोहम्मद सलीम मंसूरी ने अपनी रकम वापस मांगी तो आरोपी टालमटोल करने लगे. ​परेशान होकर सलीम मंसूरी ने गोमतीनगर विस्तार पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो कोर्ट का रुख किया. कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने मोहम्मद गुलाब और सुजाबू के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. इंस्पेक्टर सुधीर कुमार अवस्थी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर कारोबारी के साथ 98 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.

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खुद को IPS की बेटी बताकर ठगे 10 लाख रुपये, यूट्यूब चैनल मॉनिटाइज कराने के खेल में ‘सुसाइड’ वाला कांड

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद आईपीएस अधिकारी की बेटी बनकर यूट्यूब चैनल मॉनिटाइज कराने का झांसा देकर एक शख्स से करीब साढ़े दस लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोप है कि युवती के भाई ने फोन कर पीड़ित को धमकाया कि उसके चक्कर में युवती ने स्यूसाइड कर लिया है। उसके पिता आईपीएस हैं। अब उसको गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा जाएगा।

गाजियाबाद में कविनगर निवासी मयंक गर्ग ने बताया कि 19 अगस्त को उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल को मॉनिटाइज कराने के लिए गॉड ऑफ मोनिका नाम की टेलीग्राम आईडी पर संपर्क किया। मोनिका राठौड़ नाम की युवती से उनका संपर्क हुआ।

युवती के भाई ने भी फोन पर धमकाया
पुलिस से शिकायत करने की बात पर युवती ने अपने भाई का नंबर दिया और कहा कि वह 10 सितंबर तक उसका पैसा दे देगा। 14 सितंबर को आरोपियों ने पैसे वापस करने के लिए एक फॉर्म भरने के लिए दो हजार रुपए मांगे, जिसे देने के लिए पीड़ित ने मना कर दिया। कुछ दिन बाद खुद को आईपीएस का बेटा बताकर फोन किया और उससे कहा कि तेरी वजह से उसकी बहन ने स्यूसाइड कर लिया है। अब उसके पिता उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

ब्लैकमेल और धमकी देकर पीड़ित से धन की उगाही करते रहे। पीड़ित ने कई बार में आरोपियों के खाते में साढ़े दस लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने साइबर ठगी करने वाली परी राठौड़, सनी राठौड़, मोनिका पवार, अजय राजेश्वसर, अज्ञात आईपीएस, पीएसआई ओमकार चव्हाण और सरस्वती के खिलाफ केस दर्ज कराया। पुलिस सभी की तलाश कर रही है।

एडीसीपी पीयूष सिंह ने बताया कि साइबर ठग बड़े अधिकारी बनकर ठगी करते है। किसी का भी नाम रख लेते हैं, जिससे डर की वजह से पीड़ित फंस जाते है। पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। साइबर ठगों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

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