तुमने पहलगाम आतंकी हमला रचा… ‘NIA ऑफिसर’ ने 5 दिन आतंकी वाले जाल में लपेटा, लाखों रुपये स्वाहा

राष्ट्रीय जजमेंट

लखनऊ: साइबर जालसाजों ने एक शख्स को पहलगाम आतंकी हमले का साजिशकर्ता बताकर जाल में फंसाया। पांच दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। हमले के लिए आतंकियों को 70 करोड़ की फंडिंग करने और 70 लाख कमिशन लेने की बात बताकर गिरफ्तारी का डर दिखाया। खुद को एनआईए और एटीएस का अधिकारी बताकर मैनेज करने का झांसा दिया और 27 लाख रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित ने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।

जानकीपुरम निवासी रामशंकर द्विवेदी के फोन पर 7 नवंबर दोपहर 2:43 बजे एक अनजान शख्स ने कॉल किया। उसने कहा कि आप पहलगाम आतंकी हमले के साजिशकर्ता है। आपने आतंकियों को हमले के लिए 70 करोड़ रुपये की फंडिंग करवाई थी। इसमें आपको 70 लाख रुपये कमिशन मिला था, इसलिए आपको अरेस्ट किया जाना है।
कॉल करने वालों ने खुद को एटीएस और एनआईए का अफसर बताकर धौंस जमाई। उसके बाद विडियो कॉल कर कहा कि घर से निकलना मत। बाहर निकलते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हम आपको बचा सकते हैं, लेकिन आपको 27 लाख रुपये हमारे अकाउंट में भेजने होंगे। उसके बाद से पीड़ित डिजिटल अरेस्ट रहा और जालसाजों का निर्देश मानता रहा।

10 नवंबर को जालसाजों ने उसे एक अकाउंट नंबर भेजकर उसी में रकम जमा करने के लिए कहा। पीड़ित ने उसी दिन बैंक जाकर जालसाजों के बताए गए खाते में दस लाख रुपये आरटीजीएस कर दिया। अगले दिन फिर ठगों के कहने पर 17 लाख दूसरे अकाउंट में भेज दिया। रकम भेजने के बाद एटीएस और एनआईए का अफसर बताने वाले जालसाज फुर्र हो गए। तब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने साइबर थाने में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज करवाई।

मैट्रिमोनियल साइट पर मिली लड़की ने की ठगी
इंदिरानगर निवासी प्रिस मैट्रिमोनियल प्लेटफॉर्म संगम के जरिए भावना शर्मा नाम की युवती के संपर्क में आए थे। बातचीत बढ़ने पर युवती ने बताया कि उसके पिता महेश शर्मा मुंबई के रियल एस्टेट कारोबारी है और वह 10 सितंबर से 10 अक्टूबर तक दुबई यात्रा पर है। शादी की बात लगभग तय होने लगी थी। इसी बीच युवती ने प्रिस को NFM Capital Market में ट्रेडिंग करने की सलाह दी।

पीड़ित ने पैसे ना होने की बात कही तो युवती ने उसका ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाया, जिसमे शुरू में 3,50,421 रुपये दिखने लगे। युवती के अकाउंट में भी 5.5 करोड़ रुपये दिख रहे थे, जिससे प्रिंस का भरोसा बढ़ गया। उन्होंने 15,98,500 रुपये निवेश कर दिए। बाद में उनके अकाउंट मे 68 लाख डॉलर शो होने लगे।

प्रिंस ने 50,000 USD निकालने का प्रयास किया तो सर्विस टैक्स के नाम पर 13,47,849 रुपये और जमा कराए गए। संदेह होने पर उन्होंने गूगल पर कंपनी का नाम सर्च किया तो हैदराबाद पुलिस की चेतावनी मिली, जिसमें 6.80 लाख की ठगी का जिक्र था। इसका स्क्रीनशॉट भेजते ही उनका ट्रेडिंग अकाउंट, UID और कस्टमर सर्विस बंद कर दी गई। युवती का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। पीड़ित ने साइबर थाने में 29.46 लाख की ठगी की एफआईआर दर्ज कराई है।

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