दिल्ली पुलिस की कचरे को खजाना बनाने की अनोखी पहल, वेस्ट जिले में रीसाइक्लिंग प्रोजेक्ट लॉन्च

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के पश्चिम जिले ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। डीसीपी वेस्ट शरद भास्कर दाराडे ने “स्वच्छ पुलिस, स्वच्छ पर्यावरण” और “स्वच्छ पुलिस, स्वच्छ परिसर” थीम के साथ कचरा प्रबंधन का ऐसा सस्टेनेबल मॉडल लॉन्च किया, जिसमें थानों और पुलिस कालोनियों में निकलने वाला प्लास्टिक, कागज और रसोई का पूरा कचरा 100 प्रतिशत रीसाइक्लिंग होगा।

खास बात यह है कि करीब 16 लाख रुपये की यह पूरी परियोजना बिना एक पैसा सरकारी खजाने से खर्च किए पूरी की गई। मोथरसन ग्रुप के CSR से 15 लाख रुपये की लागत के 50 कम्पोस्टर्स, सामुदायिक सहयोग से 1.25 लाख के 14 प्लास्टिक कलेक्शन बिन और इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (IPCA) के साथ मिलकर कागज रीसाइक्लिंग की पूरी व्यवस्था खड़ी कर दी गई। ये सभी यूनिट अब पश्चिम जिले की हर पुलिस कालोनी, थाने, डिस्ट्रिक्ट लाइंस और स्पेशल यूनिट में लगाई जाएंगी।

डीसीपी शरद दाराडे ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण आज सबसे बड़ा खतरा है और पुलिस महकमा सिर्फ अपराध नियंत्रण ही नहीं, पर्यावरण की रक्षा में भी आगे रहेगा। साफ-सुथरे थाने और कालोनी से काम की क्षमता बढ़ेगी और जनता का भरोसा भी मजबूत होगा। यह पहल सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर शुरू की गई है और स्पेशल स्वच्छता अभियान 5.0 का भी हिस्सा है।

परियोजना को धरातल पर उतारा पश्चिम जिले की कम्युनिटी पुलिसिंग सेल ने किया, जिसका नेतृत्व SI मनीष कुमार मधुकर कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस का यह मॉडल अब दूसरे जिलों और विभागों के लिए भी प्रेरणा बनने जा रहा है।

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