यूपी में 340 करोड़ की GST चोरी, एक आदमी के दो मोबाइल नंबर पर 122 फर्म बनायीं, पते फर्जी निकले FIR दर्ज

राष्ट्रीय जजमेन्ट

मुरादाबाद: चेकिंग के दौरान जब GST विभाग की टीम ने आयरन स्क्रैप के 2 ट्रक को रोककर पेपर चेक किए, तो GST चोरी का प्रकरण सामने आया. यह देश के 20 राज्यों से जुड़ा है. जांच में अधिकारियों को पता चला कि एक व्यक्ति के नाम पर दो मोबाइल नंबरों से देश में 122 फर्म रजिस्टर्ड हैं. लखनऊ में फर्म के रजिस्ट्रेशन का पता भी फर्जी निकला.मालिक एक, दो मोबाइल नंबर, 122 कंपनियां रजिस्टर्ड: एके इंटरप्राइजेज के आयरन स्क्रैप की दो ट्रक पकड़े गये. गाड़ियों की जांच में खुलासा हुआ कि अंकित नाम के व्यक्ति के नाम पर 2 मोबाइल नंबर से 122 कंपनियां रजिस्टर्ड हैं. उसके एक मोबाइल नंबर से 60, दूसरे मोबाइल 62 फर्म रजिस्टर्ड थीं. इस मामले में मुरादाबाद अपर आयुक्त ग्रेड 1 राज्य कर अशोक कुमार सिंह ने कहा कि हमारी सचल दल की टीम ने आयरन स्क्रैप के दो ट्रक पकड़े थे.फर्म के रजिस्ट्रेशन का पता फर्जी निकला: मोबाइल नम्बर की जांच करने पर पाया कि पूरे देश में एक आदमी के नाम से 122 फर्म रजिस्टर्ड हैं. लखनऊ और मुजफ्फरनगर में जांच करवाई गई तो फर्मों के पते फर्जी निकले. इससे ये साफ हो गया कि माल किसी और का है और कागजात किसी और के हैं. कर चोरी में संलिप्त मानते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है. अब तक की जांच में एके इंटरप्राइजेज का 1811 करोड़ का टर्नओवर सामने आया है.340 करोड़ रुपये की कर चोरी का आरोप: इस शख्स ने 340 करोड़ रुपये की कर चोरी की है. फर्जी दस्तावेजों में रजिस्ट्रेशन देने वालों की जांच केंद्रीय अनुभाग करेगा. राजाजीपुरम के प्रवीण श्रीवास्तव के मकान पर फर्म रजिस्टर्ड दिखायी गयी. विभाग ने प्रवीण श्रीवास्तव से संपर्क किया. मकान मालिक ने अपने मकान को किराये पर देने की बात नकारा दी.तालकटोरा थाने में मुकदमा दर्ज: अपर आयुक्त ने बताया कि मकान मालिक ने एके इंटरप्राइजेज के स्वामी अंकित कुमार के खिलाफ तालकटोरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. राज्य सरकार के क्षेत्र में हुई जीएसटी चोरी की रिकवरी हम करेंगे. बाकी और राज्य करेंगे. लखनऊ के राजाजीपुरम से जुड़ा जीएसटी चोरी का खेल देश के 20 राज्यों में चल रहा है. GST विभाग की तरफ से मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना में मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है.दोनों मुकदमों में 7-7 आरोपी हैं: एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि वाणिज्य कर विभाग ने सिविल लाइंस पुलिस को तहरीर दी है. आरोप है कि लखनऊ के रहने वाले अंकित कुमार ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये कंपनी रजिस्टर्ड कराने के बाद कारोबार किया. दो एफआईआर दर्ज की गई हैं. इसमें अंकित कुमार और सौरभ मिश्रा मुख्य आरोपी हैं. दोनों मुकदमों में 7-7 आरोपी हैं. करोड़ों रुपये की कर चोरी की गई है.

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