केरल में चक्रवाती संकट गहराया! 5 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी, 2 लोगों की मौत, बाढ़ जैसे हालात

राष्ट्रीय जजमेंट

बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ने के साथ, अगले दो दिनों में केरल में बारिश की गतिविधियों में तेज़ी आने की उम्मीद है। चक्रवात के मंगलवार (28 अक्टूबर, 2025) शाम तक आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच पहुँचने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा सोमवार (27 अक्टूबर, 2025) को जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बना गहरा दबाव रविवार रात को चक्रवाती तूफान मोन्था में बदल गया, जो चेन्नई से लगभग 640 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व, काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) से 710 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व, पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) से 740 किलोमीटर पश्चिम, विशाखापत्तनम से 740 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और गोपालपुर (ओडिशा) से 860 किलोमीटर दक्षिण में है।
केरल के कई जिलों में सोमवार को तेज हवाएं चलने के साथ भारी बारिश हुई जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अलप्पुझा जिले में तेज हवाओं के कारण अर्थुनकल तट के पास एक मछुआरे की नाव पलट जाने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम पॉल देवासिया है जो अर्थुनकल का निवासी था।
पुलिस ने बताया कि वह सुबह-सुबह मछली पकड़ने गया था। हालांकि अन्य मछुआरों ने उसे बचाकर पानी से बाहर निकाल लिया था लेकिन बाद में उसकी मौत हो गई। इस बीच, अंगमाली के निकट मुकनूर में आकाशीय बिजली गिरने से पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक की पहचान कोखन मिस्त्री (45) के रूप में की है, जो एक कारखाने में काम करता था। उसने बताया कि मिस्त्री की सुबह करीब 8.15 बजे मुकनूर स्थित उनके किराए के घर पर बिजली गिरने से मौत हो गई।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोझिकोड, कासरगोड कोट्टायम, पथनमथिट्टा और कन्नूर जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है और 24 घंटों के भीतर 115.6 मिमी से 204 मिमी बारिश होने की संभावना जताई है। वायनाड, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, एर्णाकुलम, इडुक्की, और अलप्पुझा जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है जहां 64.5-115.5 मिमी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने राज्य के सभी जिलों में तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है।अधिकारियों ने बताया कि सुबह से ही उत्तरी जिलों में भारी बारिश हुई जिससे कोझिकोड शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव हो गया और केएसआरटीसी (केरल राज्य सड़क परिवहन निगम) बस अड्डे के पास कई दुकानों में पानी घुस गया। मलप्पुरम और कन्नूर के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भी भारी बारिश दर्ज की गई तथा तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलीं। अधिकारियों ने बताया कि एर्णाकुलम और अलप्पुझा सहित मध्य केरल के जिलों में भी सुबह तेज बारिश हुई।भारी बारिश के कारण पेरुम्बवूर के निकट अलुवा-मुन्नार सड़क का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और अधिकारियों को क्षेत्र में यातायात प्रतिबंध लागू करना पड़ा है। आईएमडी ने मंगलवार को भी तेजी बारिश की संभावना जताई है। खराब मौसम को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

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