दिल्ली में बिहार के चार कुख्यात गैंगस्टर एनकाउंटर में ढेर, सिग्मा गिरोह का सफाया

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के रोहिणी इलाके में बुधवार तड़के 2:20 बजे एनकाउंटर हुआ। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने सीतामढ़ी जिले के कुख्यात सिग्मा गिरोह के चार सदस्यों को घेराबंदी कर मार गिराया। मृतकों में गिरोह का कुख्यात सरगना रंजन पाठक, बिमलेश महतो उर्फ बिमलेश साहनी, मनीष पाठक और अमन ठाकुर शामिल हैं। सभी अपराधी बिहार में दर्जनों हत्या, अपहरण और हथियारों के अवैध धंधे के मामलों में वांटेड थे।

घटना बहादुर शाह मार्ग पर डॉ. अंबेडकर चौक से पंसाली चौक तक घटी। सूत्रों के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ये चारों बदमाश दिल्ली में छिपे हुए हैं और बिहार से हथियार लाने की साजिश रच रहे थे। जैसे ही पुलिस टीम ने इन्हें घेरा, तो बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आधे घंटे तक चले जोरदार एनकाउंटर में चारों अपराधी मारे गए। घटनास्थल से चार पिस्टल, लाइव कारतूस और अन्य हथियार बरामद हुए।

मृतकों को डॉ. बीएसए अस्पताल, रोहिणी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बिहार के सिटामढ़ी जिले के रहने वाले ये अपराधी सिग्मा एंड कंपनी गिरोह के प्रमुख सदस्य थे। इनके खिलाफ बिहार में 20 से अधिक हत्या, अपहरण और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं।

रंजन पाठक (25 वर्ष) सीतामढ़ी के सूरसंद थाने के मलहई गांव का निवासी था। इसके खिलाफ सूरसंद थाने में हत्या, षड्यंत्र और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। इसके अलावा 2024-25 में सात अन्य मामलों में वांटेड, जिनमें हत्या, अपहरण प्रयास और गोली चलाने शामिल। बिमलेश महतो उर्फ बिमलेश साहनी (25 वर्ष) बजरपट्टी थाने के रतनपुर का निवासी था। इसके खिलाफ दुमरा, चारौत, गहरा थानों में चार हत्या और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं। अमन ठाकुर (21 वर्ष) करावल नगर, दिल्ली का निवासी था। 17 सितंबर 2025 को गुद्दू ठाकुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी। दुमरा, नरेट, गौहरत और पूरनहिया थानों में चार वांटेड मामले। मनीष पाठक (33 वर्ष) सूरसंद थाने के मलहई गांव का निवासी था। इसके खिलाफ मामलों की जांच जारी है।

पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई बिहार पुलिस के विशेष अनुरोध पर की गई थी। सिग्मा गिरोह ने बिहार में पिछले दो वर्षों में 15 से अधिक हत्याएं की थीं। एनकाउंटर के बाद इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।

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