पुलिस ने तोड़ा चोरी का जाल, चोरी के वाहनों को कबाड़ में बेचने वाले दो शातिर चोर गिरफ्तार

नई दिल्ली: द्वारका जिले की एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (AATS) ने एक बार फिर अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अपराधियों, चेतन उर्फ लकी (22 वर्ष) और सुबोध (23 वर्ष), ने चोरी के दोपहिया वाहनों को कबाड़ में बेचकर आसान पैसा कमाने का धंधा चला रखा था। पुलिस ने इनके कब्जे से एक चोरी की मोटरसाइकिल और दो स्कूटी बरामद की हैं, जिससे द्वारका जिले के तीन वाहन चोरी के मामले सुलझ गए हैं।

द्वारका जिले के डीसीपी अंकित सिंह के निर्देश पर AATS को सड़क अपराधों, विशेषकर वाहन चोरी, छिनैती और डकैती पर अंकुश लगाने का जिम्मा सौंपा गया था। इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इस टीम ने स्थानीय मुखबिरों, सीसीटीवी फुटेज और संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी के जरिए अपराधियों को पकड़ने की रणनीति बनाई।

डीसीपी ने बताया कि 2 अक्टूबर को हेड कांस्टेबल राजेश कुमार को एक गुप्त सूचना मिली कि चेतन और सुबोध, जो एक चोरी की मोटरसाइकिल के साथ हैं, ककरोला गांव में आने वाले हैं। तुरंत कार्रवाई करते हुए, AATS ने ककरोला पिकेट के पास जाल बिछाया और दोनों को एक लाल रंग की पैशन प्रो मोटरसाइकिल पर सवार होते हुए पकड़ लिया। जांच में पाया गया कि यह मोटरसाइकिल बिंदापुर से चोरी हुई थी।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने दो और चोरी की स्कूटी द्वारका मेट्रो यार्ड लाइन के पास छिपाई थीं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर दो स्कूटी बरामद की। सभी तीन वाहनों को कानूनी प्रक्रिया के तहत जब्त कर लिया गया।

सुबोध और चेतन ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर दोपहिया वाहनों की चोरी करते थे और उनके पुर्जों को फेरीवाला कबाड़ियों को बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे। दोनों उत्तर प्रदेश के कासगंज के मूल निवासी हैं और वर्तमान में दिल्ली में बक्करवाला गांव और अर्जुन पार्क में रहकर कबाड़ का धंधा करते हैं।

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